Edited By prachi,Updated: 13 Dec, 2018 02:45 PM
मुजफ्फरपुर बालिका गृह को मैनुअली ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके चलते नगर निगम ने पांच सदस्यों की टीम का गठन किया है। गठित टीम का नेतृत्व कर रहे निगम के कार्यपालक अभियंता सुरेश कुमार सिन्हा कर रहे हैं। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सारी...
मुजफ्फरपुरः मुजफ्फरपुर बालिका गृह को मैनुअली ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके चलते नगर निगम ने पांच सदस्यों की टीम का गठन किया है। गठित टीम का नेतृत्व निगम के कार्यपालक अभियंता सुरेश कुमार सिन्हा कर रहे हैं। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सारी कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है।
नगर आयुक्त ने बताया कि सोमवार से भवन खाली करवाने की प्रक्रिया चल रही थी। बुधवार को बालिका गृह में रखे सामान की जब्ती सूची अधिकारियों व टीम के सदस्यों ने मिलकर बना ली। इसकी रिपोर्ट डीएम को भेजी गई है। भवन को ध्वस्त करने के दौरान इसकी वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी भी की जाएगी।
इस भवन को तोड़ने के दौरान 10 लाख का खर्च होगा जिसकी वसूली ब्रजेश ठाकुर के परिवार से की जाएगी। नगर आयुक्त ने भवन की बनावट को लेकर आपत्ति जताई थी। भवन का नक्शा जी प्लस वन का पास था जबकि भवन जी प्लस 3 की ऊंचाई का बना है। इस तरह पूरे भवन को ही अवैध मानते हुए उसे तोड़ देने का आदेश जारी किया गया।
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में बच्चियों के साथ दुष्कर्म होने का खुलासा हुआ था। इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहा है। बालिका गृह को चलाने वाले एनजीओ के संचालक ब्रजेश ठाकुर को इस मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है। यह शेल्टर होम ब्रजेश ठाकुर की मां मनोरमा देवी के नाम पर है।