Edited By Nitika,Updated: 02 Apr, 2020 02:00 PM
देशभर में जहां एक तरफ कोरोना महामारी से निपटने के लिए 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है वहीं दूसरी तरफ इससे कई गरीब लोगों तक 2 वक्त की रोटी भी नहीं पहुंच पा रही है।
समस्तीपुरः देशभर में जहां एक तरफ कोरोना महामारी से निपटने के लिए 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है वहीं दूसरी तरफ इससे कई गरीब लोगों तक 2 वक्त की रोटी भी नहीं पहुंच पा रही है। ऐसी ही एक दर्दभरी दास्तां बिहार में देखने को मिली है, जहां पर बेसहारा बुजुर्ग जुड़वा भाइयों को खाना तक भी नसीब नहीं हो रहा।
जानकारी के अनुसार, मामला समस्तीपुर जिले का है, जहां पर बेसहारा बुजुर्ग जुड़वा भाई सुधीर पूर्वे और जगदीश पूर्वे जिले के रोसड़ा में गुब्बारा बेचने के लिए आए थे। इसी बीच लॉकडाउन की घोषणा के चलते वह रोसड़ा में ही फंस गए। अब ना तो इन दोनों भाइयों के पास खाने के लिए भोजन है और ना ही रहने की कोई व्यवस्था है। इतना ही यह लोग कभी मंदिरों में तो कभी बंद दुकानों के बाहर सो कर अपना गुजारा कर रहे हैं। वहीं दोनों भाई लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर गुब्बारे बेच रहे हैं। इसके बावजूद भी कोई भी बच्चा अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहा, जिसके चलते उनकी गुजारे लायक बिक्री भी नहीं हो रही।
बता दें कि दोनों भाईयों के द्वारा सरकार से सहायता करने की गुहार लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि वह जल्द से जल्द बेसहारा, गरीब और लाचार बुजुर्गों की सहायता की जाए अन्यथा वह कोरोना से नहीं भुखमरी से मर जाएंगे।