Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Feb, 2018 01:00 PM
उत्तराखंड की पशुपालन राज्य मंत्री रेखा आर्य एक बार फिर बकरी स्वयंवर करवाने पर अड़ गई हैं। उन्होंने कहा कि बजट और दूसरे कारणों से फरवरी में होने वाले बकरी स्वयंवर में सरकार भागीदार नहीं बन सकी। अब मार्च या अप्रैल महीने में बकरियों का विवाह करवाने की...
देहरादून: उत्तराखंड की पशुपालन राज्य मंत्री रेखा आर्य एक बार फिर बकरी स्वयंवर करवाने पर अड़ गई हैं। उन्होंने कहा कि बजट और दूसरे कारणों से फरवरी में होने वाले बकरी स्वयंवर में सरकार भागीदार नहीं बन सकी। अब मार्च या अप्रैल महीने में बकरियों का विवाह करवाने की योजना है। इसमें पशुपालन विभाग का हिस्सा रहेगा।
रेखा आर्य ने स्पष्ट किया कि हमारा लक्ष्य बकरियों की उन्नत नस्ल को बढ़ाने पर है, जिससे दूरदराज के ग्रामीण इलाकों के गरीब किसानों और पशुपालकों को आय के साधन के लिए ऐसी बकरियां दी जा सकें जो अधिक दूध देती हैं। पिछले दिनों बकरी स्वयंवर को लेकर हुए विवाद के बारे में उन्होंने कहा कि उनके ऊपर किसी भी प्रकार का कोई दबाव नहीं है।
राज्य मंत्री ने कहा कि अगर बकरी स्वयंवर के लिए मंत्रोच्चारण या कुछ भी करवाना पड़ा तो वह पीछे नहीं हटेंगी। बता दें कि इससे पहले जब बकरी स्वयंवर में वैदिक मंत्रोच्चारण की घोषणा की गई थी तो वरिष्ठ मंत्री सतपाल महाराज ने पहले तो रेखा आर्य की प्रैस-कॉन्फ्रैंस रद्द करवा दी थी। इसके बाद वह बकरी स्वयंवर में मंत्रोच्चारण के खिलाफ खुल कर सामने आ गए थे।