Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Nov, 2017 01:47 PM
उत्तराखंड के राज्यपाल डा.कृष्ण कांत पाल ने कहा कि नैनीझील के संरक्षण में नैनीताल शहर के नागरिकों की सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका है। नैनीझील के संरक्षण के लिए अब एक्शन मोड में आना होगा। वैज्ञानिकों व विशेषज्ञों के सुझावों पर शीघ्र क्रियान्वयन करना...
देहरादून: उत्तराखंड के राज्यपाल डॉ.कृष्ण कांत पॉल ने कहा कि नैनीझील के संरक्षण में नैनीताल शहर के नागरिकों की सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका है। नैनीझील के संरक्षण के लिए अब एक्शन मोड में आना होगा। वैज्ञानिकों व विशेषज्ञों के सुझावों पर शीघ्र क्रियान्वयन करना होगा।
नैनीताल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सुनिश्चित करते हुए पानी के दुरुपयोग पर पूरी तरह से रोक लगानी होगी। राज्यपाल सोमवार को राजभवन सभागार में नैनीझील के संरक्षण के लिए वैज्ञानिक व तकनीकी विषय पर आयोजित कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
राज्यपाल ने कहा कि नैनीताल झील के संरक्षण के लिए समय-समय पर अनेक सेमिनार किए गए हैं जिनमें विशेषज्ञों ने अपने सुझाव दिए हैं। विभिन्न संस्थाओं व समितियों द्वारा भी व्यापक अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार की गई है। अब समय आ गया है कि नैनीताल झील को बचाने के लिए इन सुझावों का ठोस क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।