Edited By ,Updated: 04 Oct, 2016 04:18 PM
राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) प्रदेश अध्यक्ष डा़ मसूद अहमद ने प्रदेश सरकार पर चीनी मिलों का लगभग 700 करोड़ का ब्याज माफ ...
लखनऊ: राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) प्रदेश अध्यक्ष डा़ मसूद अहमद ने प्रदेश सरकार पर चीनी मिलों का लगभग 700 करोड़ का ब्याज माफ करने का आरोप लगाते हुए इसे गन्ना किसानों के साथ धोखा बताया है। डा. अहमद ने आज यहां जारी बयान में कहा कि चीनी मिलों द्वारा पेराई सत्र (2014-15) में गन्ना किसानों के विलम्ब से भुगतान करने पर यह ब्याज लगाया गया था और इसका भुगतान किसानों को मिलना था और अब सरकार द्वारा ब्याज माफ होने से इसका सीधा लाभ उन उद्योगपतियों को होगा जिन्होंने गन्ना भुगतान में विलम्ब किया था।
उन्होंने कहा कि इस मामले पर सरकार गन्ना किसानों के दीर्घकालीन हितों की बात करके पर्दा डालना चाहती है जबकि सीधे तौर पर सरकार की किसान विरोधी मानसिकता उजागर हो रही है। उन्होंने कहा कि अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं और सरकार का दीर्घकाल ही नहीं बचा है फिर किसान के दीर्घकालीन हितों की रक्षा करने की बात करना बेमानी है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार की किसान विरोधी नीतियों का परिणाम ही है कि गन्ना किसानों के अलावा सम्पूर्ण किसान वर्ग त्राहि-त्राहि कर रहा है। उन्होंने कहा कि अब किसानों के लिए वह दिन दूर नहीं है जब रालोद महासचिव जयन्त चौधरी के नेतृत्व में किसानों की ही सरकार बनेगी और प्रदेश में खुशहाली आएगी।