Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Mar, 2018 07:03 PM
23 मार्च को हुए राज्यसभा चुनाव में प्रत्येक पार्टी ने अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए रणनीति तैयार की थी। जिसके तहत वह अपने प्रत्याशियों को जीता सके। इस दौरान कई विधायकों ने अपने दल के विरुद्ध जाकर क्रॉस वोटिंग भी की।जिसका स्पष्ट फायदा भाजपा को...
लखनऊः 23 मार्च को हुए राज्यसभा चुनाव में प्रत्येक पार्टी ने अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए रणनीति तैयार की थी। जिसके तहत वह अपने प्रत्याशियों को जीता सके। इस दौरान कई विधायकों ने अपने दल के विरुद्ध जाकर क्रॉस वोटिंग भी की।जिसका स्पष्ट फायदा भाजपा को मिला। अब इन विधायकों को पार्टी लाइन से अलग जाने का खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है।
जिसमें छपरौली से राष्ट्रीय लोकदल विधायक सहेन्द्र सिंह रमाला का नाम शामिल है। सहेंद्र को शुक्रवार (23 मार्च) को राज्यसभा चुनाव में पार्टी के निर्देश के विरूद्ध कार्य करने के लिए तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। बता दें कि सहेन्द्र सिंह रमाला राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) में एकमात्र विधायक थे।
रालोद अध्यक्ष अजित सिंह की तरफ से जारी एक पत्र जारी द्वारा इस बात की जानकारी दी गई है। बता दें कि छपरौली विधानसभा क्षेत्र यूपी के बागपत जिले के अंतर्गत आता है। रमाला के निष्कासन के पश्चात विधानसभा मे राष्ट्रीय लोकदल का प्रतिनिधित्व शून्य हो गया है