Edited By ,Updated: 06 Jan, 2016 09:02 PM
आजमगढ़ जिले में दो मुस्लिम और दो हिन्दू छात्राओं ने हिन्दू-मुस्लिम एकता के मिशाल को कायम किया है।
आजमगढ़(पितेश्वर कुमार): आजमगढ़ जिले में दो मुस्लिम और दो हिन्दू छात्राओं ने हिन्दू-मुस्लिम एकता के मिशाल को कायम किया है। दो हिन्दू छात्राओं ने जहां मदरसे में उर्दू में टॉप किया है। वहीं दो मुस्लिम छात्राओं ने संस्कृत विद्यालय में पढ़कर संस्कृत में टॉप किया है। जिलाधिकारी ने इन चारों छात्राओं को आज प्रशस्ति पत्र व 30-30 हजार रूपया देकर सम्मानित किया।
आजमगढ़ जिले के जिलाधिकारी कार्यालय के सभागार में प्रदेश सरकार की मेधावी छात्राओं के लिए संशोधित कन्या विद्याधन योजना के तहत यूपी संस्कृत, मदरसा, सीबीएसई और आईपीएससी बोर्ड के तहत जिले में टॉप किये चार मेधावी छात्राओं का सम्मान जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने प्रशस्ति पत्र और 30-30 हजार रूपये देकर किया। इसमें से दो छात्राएं सितारा खातून और कहकशां खातून संस्कृत विद्यालय में संस्कृत में पढ़कर जिले में टॉप किया जबकि कुमारी मनीषा और उर्मिला यादव ने मदरसे में पढ़कर उर्दू में टॉप किया है।
जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कहा कि उ.प्र. मदरसा बोर्ड में मनीषा और उर्मिला ने मेरिट में टॉप किया है वहीं उ0प्र0 माध्यमिक संस्कृत शिक्षा बोर्ड में सितारा खातून और कहकशां खातून ने टॉप किया है और इन लोगों ने संस्कृत स्लोक भी पढ़कर सुनाया। उन्होंने कहा कि इससे समाज के अन्य लोगों को पे्ररणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कोशिश है कि ऐसे जो टैलेन्ट है उनको चिन्हित किया जाय और उनको प्रोत्साहित किया जाय।
‘सभी प्रकार की शिक्षा ग्रहण करने की चाहत’
वहीं सम्मानित होने के बाद सितारा खातून ने कहा, ‘‘ वह सभी प्रकार की शिक्षा ग्रहण करना चाहती है और सभी को सभी प्रकार की शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए।’’
‘हर जुबान पर सबका हक’
वहीं मदरसे की प्रिन्सिपल शबा परवीन का कहना है कि इन छात्रों ने यह सच साबित कर दिया कि कोई भी जुबान या कोई भी संस्कृति किसी एक कौम के लिए नहीं है, हर जुबान पर सबका हक है।