Edited By ,Updated: 08 Jul, 2016 06:05 PM
उत्तर प्रदेश में कानपुर शहर के चकेरी इलाके में एक लावारिस कार की डिकी में तीन बोरे डेटोनेटर मिले लेकिन पुलिस ने इस मामले को मीडिया से छुपाये रखा और लखनऊ में एटीएस को जानकारी दी।
कानपुर: उत्तर प्रदेश में कानपुर शहर के चकेरी इलाके में एक लावारिस कार की डिकी में तीन बोरे डेटोनेटर मिले लेकिन पुलिस ने इस मामले को मीडिया से छुपाये रखा और लखनऊ में एटीएस को जानकारी दी। बाद में जब एटीएस ने जांच की तो पता चला कि यह डेटोनेटर है और इनका इस्तेमाल माइन्स में विस्फोट के अलावा आतंकी घटनाओं में किया जा सकता है। कार में बिहार की नंबर प्लेट लगी थी।
कानपुर पुलिस के एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि बुधवार 6 जून की शाम एक लावारिस कार चकेरी के जाजमऊ इलाके में मिली। ट्राफिक पुलिस उस गाड़ी को लावारिस समझ कर पुलिस लाइंस ले आई और खड़ी कर दी। कल जब उसकी तलाशी ली गई तो उसकी डिक्की में तीन बोरी में भरे करीब 2000 डेटोनेटर बरामद किये गये। इस पर पुलिस ने लखनऊ एटीएस की टीम को सूचित किया तो उसने आकर जांच की तो पता चला कि यह खतरनाक डेटोनेटर है और इसका इस्तेमाल माइन्स में विस्फोट के साथ-साथ आंतकी घटनाओं में भी किया जा सकता है। जानकारों के मुताबिक अगर इतने डेटोनेटर का उपयोग किया जाए तो पूरा शहर तबाह हो सकता है।
जांच में जुटी पुलिस
माथुर ने बताया कि कार पर बिहार की नंबर प्लेट लगी है तथा कार के अंदर इलाहाबाद की एक टूटी हुई नंबर प्लेट भी मिली है। कार के अंदर मिले कागजों के आधार पर जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह डेटोनेटर कहां से आये थे और कहां जा रहे थे। एटीएस के अधिकारी भी इस मामले की जांच में जुटे है।
क्या है डोनेटर?
बता दें कि डेटोनेटर एक ट्रिगर डिवाइस होती है जिसकी मदद से विस्फोटक में आग लगाई जाती है। खदानों, पहाड़ों को तोडऩे से लेकर आतंक फैलाने के लिए विस्फोटों में डेटोनेटर का इस्तेमाल होता है।