Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Dec, 2017 03:33 PM
उत्तर प्रदेश में भले ही योगी सरकार आने के बाद लोगों में न्याय की उम्मीद जगी हो, लेकिन शामली में रहने वाले इस परिवार को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है। बता दें कि 5 साल पहले 12 वर्षीय उजबा की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी...
शामली: उत्तर प्रदेश में भले ही योगी सरकार आने के बाद लोगों में न्याय की उम्मीद जगी हो, लेकिन शामली में रहने वाले इस परिवार को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है। बता दें कि 5 साल पहले 12 वर्षीय उजबा की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। परिवार ने पुलिस में हत्या का मामला दर्ज कराया था, लेकिन अभी तक पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। 5 साल से उजबा का परिवार न्याय का इंतजार कर रहा है।
2012 में दर्ज कराया था मुकदमा
जानकारी के मुताबिक शामली के थानाभवन थाने पर खालिद पुत्र हासिम निवासी मौहल्ला रेत्ती थानाभवन ने अपनी बेटी उजबा की हत्या का मुकदमा 25 /11/2012 में दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए सलीमुद्दीन उर्फ अलीमुद्दीन पुत्र फैजुद्दीन निवासी मोहल्ला अंजना कहरिया थाना हनुवाड़ा जिला रोहड्डा झारखंड को हत्या का दोषी मानते हुए उसके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी, लेकिन हत्यारोपी 5 साल बीतने के बाद भी पुलिस की पहुंच से दूर है।
बेरहमी से की गई उजबा की हत्या
गौरतलब है कि उजबा की अज्ञात हत्यारों ने उस समय पकड़ कर हत्या कर दी थी जब वह शाम के समय पास की ही दुकान पर घर का सामान लेने निकली थी। गायब हुई उजबा को परिजनों ने आसपास तलाशा, लेकिन रात तक वह नहीं मिली। सुबह घर के पास ही एक खंडहर में उसका शव खुर्द-बुर्द हालत में पड़ा मिला था। उजबा के शरीर को हत्यारोपी ने बड़ी बेहरहमी से 3 हिस्सों में काट दिया था, जबकि उसके सिर का हिस्सा बाकी शरीर से गायब कर कहीं छुपा दिया था।
अपराधी आज भी पुलिस की गिरफ्त से दूर
उजबा का शव मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गई और भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। परिजनों ने उजबा के शव को पूरा हुए बिना दफनाने से मना कर दिया। पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी की, लेकिन शातिर अपराधी ने उजबा का सिर किसी प्लास्टिक के कट्टे में बंदकर जलालाबाद रेलवे स्टेशन की तरफ डाल दिया था। वहीं सुबह किसी ने कुत्तो को उजबा के सिर को नोंचते देखा तो पुलिस को सूचनी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसका सिर परिजनों को सौंपा। जिसके बाद उजबा के शव को सुपुर्द खाक किया गया था।
न्याय की उम्मीद में परिवार
वहीं पूछताछ के लिए पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया, लेकिन कोई कामयाबी हासिल नहीं हुई। पुलिस ने पास में ही रहने वाले एक मौलवी सलीमुद्दीन को हत्या का आरोपी मानते हुए उसके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। आरोपी उस दिन से आज तक फरार चल रहा है। फिलहाल उजबा का परिवार सरकार से आज भी इंसाफ की उम्मीद लगाए बैठा है।