Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jun, 2017 01:16 PM
लाल बहादुर शास्त्री भवन में मुख्यमंत्री कार्यालय जाते एक विधायक को देख सियासी खलबली मच गई। ये विधायक कोई और नहीं बल्कि कुंडा से निर्दलीय जीतकर विधानसभा पहुंचे रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया थे...
लखनऊः लाल बहादुर शास्त्री भवन में मुख्यमंत्री कार्यालय जाते एक विधायक को देख सियासी खलबली मच गई। ये विधायक कोई और नहीं बल्कि कुंडा से निर्दलीय जीतकर विधानसभा पहुंचे रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया थे। दबंग छवि के विधायक राजा भैया का भारतीय जनता पार्टी के प्रति प्रेम बढ़ रहा है। राजनाथ सिंह की सरकार में प्रदेश में मंत्री रहे रघुराज प्रताप सिंह ने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके कार्यालय में भेंट की। कयास लगाया जा रहा है कि राजा भैया भी भाजपा का दामन थाम सकते है।
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले तथा परिणाम आने के बाद प्रदेश में नेताओं के एक दल को छोड़कर दूसरे में जाने का सिलसिला तेज है। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। अब इसी कड़ी में बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का नाम भी शामिल होता दिख रहा है।
प्रदेश में चुनाव के पहले कई पार्टियों के बड़े नेताओं ने अपनी पार्टी छोड़ी थी। इनमें यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या, डॉ. रीता बहुगुणा जोशी तथा ब्रजेश पाठक मुख्य है। चुनाव के ठीक पहले यह लोग अपनी पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रघुराज प्रताप सिंह के बीच इस मुलाकात का असल मतलब क्या है, यह पता नहीं लग सका है। सूत्रों से खबर है कि राजा भैया सीएम योगी से भाजपा में शामिल होने की बात करने गए थे।
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