Edited By ,Updated: 27 Apr, 2017 02:13 PM
उत्तर प्रदेश में कानपुर के सैफुल्ला की तरह भटककर आतंकवाद का रास्ता पकड़ लेने वाले युवाओं को वापस मुख्य धारा में लाने के लिये योगी आदित्य नाथ सरकार ने ‘घर वापसी’ कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कानपुर के सैफुल्ला की तरह भटककर आतंकवाद का रास्ता पकड़ लेने वाले युवाओं को वापस मुख्य धारा में लाने के लिये योगी आदित्य नाथ सरकार ने ‘घर वापसी’ कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने की जिम्मेदारी राज्य पुलिस के आतंकवादी निरोधक दस्ते (एटीएस) को सौंपी गयी है। एटीएस के महानिरीक्षक असीम अरुण ने बताया कि इधर कुछ समय से देखा जा रहा है कि सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों के जरिए कुछ युवक भटककर आईएसआईएस या अन्य आतंकी संगठनों के समर्थक बनते जा रहे हैं।
अरुण ने बताया कि भटके हुए युवाओं की वापसी तथा अन्य युवाओं को भटकने से रोकने के लिये ‘घर वापसी’ कार्यक्रम शुरु किया गया है। हाल ही में आईएसआईएस से संपर्क रखने के आरोप में कई युवाओं को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा कि ‘घर वापसी’ कार्यक्रम उन लोगों के लिए काफी मददगार होगा, जिनके परिवार का कोई सदस्य भटककर इस रास्ते पर चला गया होगा। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 0522-2304586 और 9792103156 पर सीधे संपर्क किया जा सकता है।
एटीएस महानिरीक्षक ने बताया कि भटके युवाओं के परिवार, दोस्त और धर्म गुरुओं के साथ काउंसङ्क्षलग कराएंगे। उनमें सुधार आते ही शिक्षित कर रोजगार उपलब्ध कराये जायेंगे। उन्होंने बताया कि विशेष कार्यक्रम चलाकर इसे पूरा किया जायेगा। इसके तहत परिवार को सबूत दखिाए और सुनाए जाते हैं। उन्हें बताया जाता है कि युवक को विशेष काउंसङ्क्षलग की जरूरत है।
भटके युवक से पुलिस अधिकारी नियमित मुलाकात कर सलाह देंगे। मुख्यधारा से जुडऩे के लिए पूरी मदद की जाती है। उसकी काउसंङ्क्षलग की जायेगी जिसमें परिवार के सदस्य, मित्र और धार्मिक विद्वानों को शामिल किया जायेगा। धीरे-धीरे मुलाकात कम कर देंगे और उससे फोन पर बात करेंगे। कभी-कभी अचानक जाकर मिलेंगे ताकि पता चल सके कि युवक की स्थिति क्या है और वह वहां है या नहीं। इसे पूरी तरह गुप्त रखा जायेगा। उन्होंने बताया कि युवक की पहचान भी गुप्त रखी जायेगी। इस दौरान युवक की निगरानी रखी जायेगी। उसकी नौकरी का इंतजाम और शादी होने के बाद प्रक्रिया पूरी मानी जायेगी लेकिन उसपर नजर रखा जाना बंद नहीं किया जायेगा।