Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Mar, 2018 09:37 PM
उत्तराखंड पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता इमरान अहमद को भ्रष्टाचार और कार्यों में शिथिलता बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। सचिव पेयजल अरविंद सिंह ह्यांकी ने इस आशय के आदेश जारी करते हुए इमरान...
देहरादून: उत्तराखंड पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता इमरान अहमद को भ्रष्टाचार और कार्यों में शिथिलता बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। सचिव पेयजल अरविंद सिंह ह्यांकी ने इस आशय के आदेश जारी करते हुए इमरान अहमद को मुख्य अभियंता गढ़वाल (पौड़ी) से सम्बद्ध किया गया है। सूत्रों के अनुसार, मामले में प्रबंध निदेशक भजन सिंह को फोर्स लीव (जबरन छुट्टी) पर भेज दिया गया है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
सोशल मीडिया पर कुछ दिनों से पेयजल निगम दून डिवीजन के अधिशासी अभियंता इमरान अहमद का एक ठेकेदार से घूस लेने का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में इमरान के घर पर एक आदमी नौ लाख रुपये घूस देने की बात कर रहा है, जबकि एक लाख बाद में देने की बात भी कह रहा है। स्टिंग में हो रही बातचीत में 5 प्रतिशत कमीशन की बात की जा रही है।
यह कमीशन प्रबंध निदेशक भजन सिंह तक पहुंचने की बात भी स्वीकार की गई है। यह वीडियो 8 मिनट का है। वीडियो में स्टिंग करने वाले का चेहरा नहीं है, लेकिन इंजीनियर वीडियो में साफ दिख रहा है। शुक्रवार को एक अखबार में वायरल वीडियो में हुई बातचीत को प्रकाशित हुई, तो पेयजल मंत्री ने कड़ा कदम उठाया है।
मंत्री ने सचिव पेयजल अरविंद सिंह ह्यांकी को घूसखोरी के आरोपी अधिशासी अभियंता को निलंबित कर वीडियो की जांच करने के निर्देश दिए। सचिव पेयजल ने घूसखोरी के मामले में तत्काल एक्शन लेते हुए इमरान अहमत को निलंबित कर मुख्य अभियंता गढ़वाल में अटैच करने के आदेश जारी कर दिए हैं। सूत्रों की मानें, तो घूसखोरी के इस मामले में निगम के कई और इंजीनियर भी लपेटे में आ सकते हैं।
यह भी बता दें कि पहले भी इमरान अहमद पर घूसखोरी के आरोप लगे हैं जिसकी जांच लंबित है। तब भी मामला प्रबंध निदेशक भजन सिंह से जुड़ा बताया गया था। इमरान को प्रबंध निदेश के सबसे खास अधिकारियों में गिना जाता है। मुख्यालय में कार्यरत रहने के दौरान भी उन पर वसूले के आरोप लगते रहे हैं। इमरान का वीडियो वारयल होने से सरकार की साख पर भी बट्टा लग रहा था, इसलिए तत्काल कार्रवाई की गई है।