Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Dec, 2017 05:41 PM
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का मैनपुरी प्रेम एक बार फिर जाग गया है। वर्तमान में आजमगढ़ से सांसद रहे मुलायम सिंह यादव अब यहां से चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस बड़े बदलाव के पीछे भले ही मुलायम अपना मैनपुरी लगाव बता रहे हों लेकिन राजनीतिक...
लखनऊ, आशीष पाण्डेय: समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का मैनपुरी प्रेम एक बार फिर जाग गया है। वर्तमान में आजमगढ़ से सांसद रहे मुलायम सिंह यादव अब यहां से चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस बड़े बदलाव के पीछे भले ही मुलायम अपना मैनपुरी लगाव बता रहे हों लेकिन राजनीतिक गलियारे में इसके कई सियासी मायने जरूर ही निकलेंगे। यह तो सभी जानते हैं कि समाजवादी पार्टी के लिए मैनपुरी हमेशा से ही सुरक्षित सीट रही है। जबकि लोकसभा के बाद विधानसभा और अब निकाय चुनावों में मोदी मैजिक देखने को मिला है। जिससे कयास लगाया जा रहा है कि यही कारण है कि मुलायम अब अपने गढ़ में वापसी कर रहे हैं।
विवाह समारोह में किया एलान
मुलायम सिंह यादव मैनपुरी में एक विवाह समारोह में आए थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव मैं खुद मैनपुरी से ही लड़ूंगा। यहां की जनता को मेरे स्नेह तथा प्यार की जरूरत है। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव 2014 में लोकसभा का चुनाव मैनपुरी के साथ ही आजमगढ़ से लड़े थे। इन दोनों जगह से उनको जीत मिली थी। अब मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से ही चुनाव लडना चाहते हैं। मुलायम सिंह यादव के 2014 में मैनपुरी सीट छोडऩे के बाद यहां से उप चुनाव में उनके भतीजे तेज प्रताप सिंह यादव ने जीत दर्ज की थी।
मणि शंकर अय्यर को पार्टी से निकालना ही ठीक
कांग्रेसी नेता मणि शंकर अय्यर द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को नीच कहने वाले बयान पर मुलायम ने खेद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को तत्काल ही मणि शंकर को पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए।मुलायम ने कहा कि कांग्रेस नेता द्वारा प्रधानमंत्री के लिए ‘नीच’ शब्द का इस्तेमाल करना निश्चित तौर पर गलत है। उन्होंने कहा कि देश की राजनीति में बहुत बड़ा अन्तर आया है। पहले की राजनीति और अब की राजनीति मे बड़ा बदलाव हुआ है। सकारात्मक राजनीति खत्म होने लगी है। अब दूसरे पर व्यक्तिगत आक्षेप कर कीचड़ उछालना आम बात हो गयी है।
पांचों सीट हारेगी सपा
जब अखिलेश यादव गुजरात में पार्टी प्रचार में लगे हैं तभी ऐसे समय में उनके पिता का विपरित बयान है। मुलायम ने गुजरात में विधानसभा के चुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि ईवीएम पर हमको भी विश्वास नहीं है। गुजरात चुनाव में समाजवादी पार्टी की संभावना के बारे में उन्होंने कहा कि पांचों सीट हारेंगे। पार्टी को यहां पर सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने थे, तभी जनता समझती की समाजवादी पार्टी गुजरात को लेकर गंभीर है।