Edited By ,Updated: 13 May, 2016 10:56 AM
आजकल ज्यादातर यह बात सुनने को मिलती है कि मोबाइल के कारण यह हादसा हो गया। इससे उल्टा हुआ मेरठ में हुए एक दर्दनाक हादसे में जहां पर मोबाइल फोन की वजह से...
मेरठ: आजकल ज्यादातर यह बात सुनने को मिलती है कि मोबाइल के कारण यह हादसा हो गया। इससे उल्टा हुआ मेरठ में हुए एक दर्दनाक हादसे में जहां पर मोबाइल फोन की वजह से एक युवक की जान बचा ली गई।
जानकारी के अनुसार महोबा का रहने वाला मुनेश मेरठ में मजदूरी करता है। बुधवार की शाम को वह गढ़ रोड पर एक मकान में मिस्त्री का साथ काम कर रहा था कि तभी मकान एकदम से नाचे गिर गया। जिससे वह मलबे में दब गया। शाम 5 बजे हुए इस हादसे के बाद रात को 11 बजे मुनेश को बाहर निकाल गया।
हादसे के 5 घंटे बाद मुनेश ने अपने पिता को फोन किया और कहा कि पापा मैं जिंदा हूं मुझे बाहर निकालो। इससे पहले मुनेश ने अपने ठेकेदार कमालुद्दीन और पास ही स्थित गोयल धर्मकांटे पर फोन किया था। वहां से कोई जवाब न आने के बाद मुनेश ने अपने पिता को फोन किया। मुनेश ने कहा कि उसके मोबाइल में पैसे नहीं हैं आप फोन रिचार्ज करवा दो ताकि मैं आप को बता सकूं के मैं कहा पर फंसा हूं। मुनेश का कहना है कि यदि उसके पास मोबाइल फोन नहीं होता तो शायद उसकी जान नहीं बचती।
मुनेश का कहना है कि मकान का काम खत्म हो गया था। मिस्त्री ने उसे थोड़ा सीमेंट का मसाला और बनाने के लिए कहा था। वह मसाला बना रहा था कि तभी मकान एकदम से हिलने लगा। मकान को हिलता देख सभी बाहर की तरफ भागे। मैं भी अपना मोबाइल लेकर बाहर की तरफ भागने लगा लेकिन तभी मकान एकदम से गिर गया और मैं मलबे में दब गया। मलबे में दबने के बाद मुझे ऐसा लगा कि अब मैं नहीं बचूंगा।
मुनेश ने बताया कि मलबे में दबे होने के कारण हाथ-पैर हिल नहीं रहे थे। जहां पर वह फंसा था वहां पर सीमेट के बोरे रखे गए थे। बडी मुश्किल से उसने अपना एक हाथ मलबे से बाहर निकालकर जेब से मोबाइल फोन बाहर निकाला। उस इस बात पर भी यकीन नहीं था कि पता नहीं मलबे के नीचे से उसाक मोबाइल फोन काम करेगा या नहीं। जब उसने मोबाइल से कॉल की तो मोबाइल की रिंग बजने पर उसे उम्मीद की किरण जगी।
वहीं दूसरी तरफ मुनेश के परिजनों के कहना है कि मुनेश की शादी तय हो चुकी है। अगले महीने उन्होंने काम खत्म करके अपने गांव वापस चले जाना था, लेकिन उससे पहले ही यह हादसा हो गया। बता दें कि मुनेश का इलाज मेडिकल अस्पताल की इमरजेंसी के वार्ड-2 में चल रहा है। मलबे में दबने के कारण मुनेश के शरीर में गहरी चोटें आई हैं।