Edited By Deepika Rajput,Updated: 23 Mar, 2019 02:01 PM
उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटों पर बीजेपी इतिहास दोहराने की तैयारी कर रही है। इन चुनावों में उसका मुख्य मुकाबला कांग्रेस से है। कांग्रेस की सरकार के घोटालों और भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को बेहतर विकल्प माना...
देेहरादूनः उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटों पर बीजेपी इतिहास दोहराने की तैयारी कर रही है। इन चुनावों में उसका मुख्य मुकाबला कांग्रेस से है। कांग्रेस की सरकार के घोटालों और भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को बेहतर विकल्प माना और उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों हरिद्वार, गढ़वाल, टिहरी, पौड़ी और नैनीताल पर उसे विजयी बनाया था।
बीजेपी के नेता भगत सिंह कोश्यारी ने नैनीताल लोकसभा सीट से सबसे ज्यादा 284717 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। हरिद्वार के सासंद रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने प्रतिद्वंदी पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री रहे हरीश रावत की पत्नी रेणुका रावत को 177822 मतों से हराया था। पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी ने पौड़ी सीट पर जीत हासिल की थी। टिहरी लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार माला राजलक्ष्मी शाह ने अपने प्रतिद्वंदी साकेत बहुगुणा को हराया। अल्मोड़ा से सांसद अजय टम्टा ने कांग्रेस के नेता प्रदीप टम्टा को पराजित किया था।
उल्लेखनीय है कि, 2009 में कांग्रेस ने उत्तराखंड की पांचों सीटों पर जीत हासिल की थी। उस समय हरिद्वार में हरीश रावत, पौड़ी से विजय बहुगुणा, टिहरी से सतपाल महाराज, अल्मोड़ा से प्रदीप टम्टा तथा नैनीताल से केसी सिंह बाबा ने कांग्रेस का परचम लहराया था।