Edited By Nitika,Updated: 19 Mar, 2019 01:50 PM
2019 के लोकसभा चुनावों का बिगुल बज गया है। लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से शुरू होंगे और चुनाव 7 चरणों में संपन्न करवाए जाएंगे। चुनावों के नतीजे 23 मई को घोषित होंगे। उत्तराखंड में लोकसभा की 5 सीटें हैं, जिनमें कि टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, हरिद्वार,...
पौड़ीः 2019 के लोकसभा चुनावों का बिगुल बज गया है। लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से शुरू होंगे और चुनाव 7 चरणों में संपन्न करवाए जाएंगे। चुनावों के नतीजे 23 मई को घोषित होंगे। उत्तराखंड में लोकसभा की 5 सीटें हैं, जिनमें कि टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, हरिद्वार, अल्मोड़ा, नैनीताल- ऊधमसिंह नगर क्षेत्र हैं। इस खबर में हम आपके साथ पौड़ी गढ़वाल सीट के बारे में कुछ अहम बातें साझा करेंगे।
पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट
पौड़ी गढ़वाल क्षेत्र उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटों में से एक है। पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट के अन्तर्गत विधानसभा की 14 सीटें आती हैं। यह 14 सीटें उत्तराखंड के 5 जिलों चमोली, गढ़वाल, नैनीताल, रुद्रप्रयाग और टिहरी गढ़वाल में फैली हुई हैं। इस लोकसभा सीट के अन्तर्गत आने वाली विधानसभा सीटों में बद्रीनाथ, कर्णप्रयाग, थराली, रामनगर, चौबट्टाखाल, कोटद्वार, लैंस डाउन, पौड़ी, श्रीनगर, यमकेश्वर, केदारनाथ, रुद्रप्रयाग, देवप्रयाग और नरेंद्रनगर शामिल हैं। पौड़ी के वर्तमान लोकसभा सांसद सतपाल महाराज हैं।
2019 में पौड़ी गढ़वाल में कुल मतदाताओं की संख्या इस बार होने वाले लोकसभा चुनाव में पौड़ी गढ़वाल में कुल मतदाताओं की संख्या 13 लाख 37 हजार 306 है। जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 6 लाख 98 हजार 981, महिला मतदाताओं की संख्या 6 लाख 83 हजार 311और ट्रांस जेंडर के कुल 14 मतदाता शामिल हैं।
इस सीट पर 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के भुवन चंद्र खंडूरी ने जीत दर्ज की थी। भुवन चंद्र खंडूरी ने 4 लाख 5 हजार 690 वोट से जीत हासिल की थी। इसके बाद कांग्रेस के हरक सिंह रावत ने 2 लाख 21 हजार 164 हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे, जबकि आम आदमी पार्टी बीएसपी के धीर सिंह बिष्ट तीसरे स्थान पर थे और उन्हें केवल 9 हजार 250 वोट मिले थे।
इससे पहले साल 2009 के नतीजों पर नजर डालें तो कांग्रेस के सतपाल महाराज ने 2 लाख 36 हजार वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था। इसके बाद दूसरे स्थान पर भाजपा के तेजपाल सिंह रावत 2 लाख 19 हजार 552 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे, जबकि आम आदमी पार्टी बीएसपी के राजीव आगा तीसरे स्थान पर रहे थे और उन्हें केवल 34 हजार 622 वोट मिले थे।
वहीं साल 2004 में भाजपा के भुवन चंद्र खंडूडी ने 2 लाख 75 हजार 726 वोट हासिल कर जीत क परचम लहराया था। इसके बाद कांग्रेस के तेजपाल सिंह रावत ने 2 लाख 6 हजार 764 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे, जबकि आम आदमी पार्टी बीएसपी के प्रोफेसर बीएस सेमवाल को केवल 10 हजार 410 वोट मिले थे।