Edited By Nitika,Updated: 18 Apr, 2019 11:06 AM
उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों की स्थिति किसी से छिपी हुई नहीं है लेकिन राज्य में एक सरकारी स्कूल ऐसा भी है, जिसके आगे निजी स्कूल भी फीके दिखाई दे रहे हैं।
रुद्रप्रयागः उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों की स्थिति किसी से छिपी हुई नहीं है लेकिन राज्य में एक सरकारी स्कूल ऐसा भी है, जिसके आगे निजी स्कूल भी फीके दिखाई दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, रुद्रप्रयाग जिले के आपदाग्रस्त गांव पांजणा में स्थित एक राजकीय विद्यालय है, जहां पर मौजूद सुविधाओं के आगे सभी निजी स्कूल भी फीके पड़ जाते हैं। इसके साथ ही उत्तराखंड आपदा पुनर्निर्माण योजना को अन्तर्गत वर्ल्ड बैंक की सहायता से इस विद्यालय को 55 लाख 65 हजार की लागत से एक सुन्दर इमारत और बच्चों के लिए संसाधन उपलब्ध करवाए गए।
वहीं इस स्कूल में बच्चों के लिए स्मार्ट कक्षाएं, साफ टॉयलेट्स और शिक्षाप्रद बातों के लिए टीवी स्क्रीन सहित मिड डे मील के लिए अलग से कमरे की व्यवस्था की गई है। इतना ही नहीं इस स्कूल में पानी पीने के लिए आरओ और स्वच्छ वातावरण देखने को मिलता है।
बता दें कि पांजणा गांव में साल 2007, 2012 और 2013 में 3 बार बादल फटने की घटना हो चुकी है। इसके बाद भी आपदा की दृष्टि से विस्थापन को लेकर यह गांव राज्य में पहले नंबर पर है।