Edited By Nitika,Updated: 25 Jun, 2019 01:36 PM
भारत माता मंदिर के संस्थापक शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी महाराज मंगलवार सुबह ब्रह्मलीन हो गए हैं। उनकी पार्थिव देह को बुधवार शाम 4 बजे तक भारत माता मंदिर के दूसरे आश्रम जनहित ट्रस्ट के परिसर में समाधि दी जाएगी।
हरिद्वारः भारत माता मंदिर के संस्थापक शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी महाराज मंगलवार सुबह ब्रह्मलीन हो गए हैं। उनकी पार्थिव देह को बुधवार शाम 4 बजे तक भारत माता मंदिर के दूसरे आश्रम जनहित ट्रस्ट के परिसर में समाधि दी जाएगी।
जानकारी के अनुसार, 90 वर्षीय स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी महाराज पिछले लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें इलाज के लिए देहरादून के मैक्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उनके स्वास्थ्य में सुधार ना आने के कारण उनके अनुयायी उन्हें अस्पताल से छुट्टी दिलवाकर हरिद्वार ले आए थे। वहीं स्वास्थ्य स्थिर रहने पर स्वामी जी को उनकी इच्छा के अनुरूप हरिपुर कलां स्थित आश्रम में रखा गया गया। यहीं पर उनकी कुटीया को आईसीयू में तब्दील करके उनका इलाज चल रहा था। उनके दीर्घायु होने की कामना को लेकर धार्मिक अनुष्ठान भी किए जा रहे थे।
बता दें कि स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी महाराज देश के वरिष्ठ संतों में गिने जाते थे। आध्यात्म के प्रचार प्रसार के लिए उनकी सेवाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया था। इसके साथ ही वह राम मंदिर आन्दोलन से भी काफी नजदीक से जुड़े हुए थे। उनके निधन से संत-समाज में शोक की लहर दौड़ गई है।