Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 07 Aug, 2020 05:28 PM
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राम मंदिर पर दिए बयान पर बखेड़ा खड़ा हो गया है। वहीं अब इस पर सफाई देते हुए अब बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य जफरयाब जिलानी का बयान आया है। जफरयाब जिलानी ने क...
लखनऊः ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राम मंदिर पर दिए बयान पर बखेड़ा खड़ा हो गया है। वहीं अब इस पर सफाई देते हुए अब बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य जफरयाब जिलानी का बयान आया है। जफरयाब जिलानी ने कहा कि एआईएमपीएलबी के ट्वीट के कुछ शब्दों पर आपत्ति है। बोर्ड से ट्वीट हटाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से ऊपर कोई नहीं हो सकता।
दरअसल अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ट्वीट कर लिखा कि बाबरी मस्जिद कल भी थी, आज भी है और कल भी रहेगी। हागिया सोफिया इसका बेहतरीन उदाहरण है। मस्जिद में मूर्तियां रख देने, पूजा-पाठ शुरू कर देने या एक लंबे अर्से तक नमाज पर पाबंदी लगा देने से मस्जिद की हैसियत खत्म नहीं हो जाती।
इतना ही नहीं ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि हमारा हमेशा से मानना रहा है कि बाबरी मस्जिद किसी भी मंदिर या किसी हिंदू इबादतगाह को तोड़कर नहीं बनाई गई। हालात चाहे जितने खराब हों हमें हौसला नहीं हारना चाहिए, विपरीत हालात में जीने का मिजाज बनाना चाहिए। इसमें मुसलमानों से अपील की गई है कि वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले और मस्जिद की जमीन पर मंदिर के तामीर होने से हरगिज निराश न हों।