चित्रकूट में गरजे योगी - बुंदेलखंड को कंगाल कर खुद मालामाल होते रहे चंद लुटेरे

Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 10 Mar, 2021 05:59 PM

yogi thundered in chitrakoot said after robbing bundelkhand

बुंदेलखंड की बदहाली के लिये पिछली सरकारों को जिम्मेदार ठहराते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 70 के दशक में बनी योजनाएं आज तक पूरी नहीं की गईं, जबकि इस दौरान चंद लुटेरे बुंदेलखंड को कंगाल कर खुद मालामाल होते रहे। रसिन बांध...

चित्रकूट: बुंदेलखंड की बदहाली के लिये पिछली सरकारों को जिम्मेदार ठहराते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 70 के दशक में बनी योजनाएं आज तक पूरी नहीं की गईं, जबकि इस दौरान चंद लुटेरे बुंदेलखंड को कंगाल कर खुद मालामाल होते रहे। रसिन बांध परियोजना एवं चिल्लीमल पंप नहर परियोजना का लोकार्पण करने के बाद योगी ने बुधवार को यहां कहा कि देश को आजादी 1947 में मिल गई, लेकिन भगवान श्रीराम की तपोस्थली बुंदेलखंड के पक्ष में पलायन, बेरोजगारी, सूखा, धर्म स्थलों पर कब्जा वन्य एवं प्राकृतिक संपदा पर डकैतों, माफियाओं का कब्जा रहा।

70 के दशक में बुंदेलखंड के लिये बनी योजनाएं आज तक पूरी नहीं की गईं। नेताओं के घर बने, उनके बच्चे विदेश पढ़ने गए लेकिन बुंदेलखंड की गरीबी नहीं गई थी। बुंदेलखंड के विकास का पैसा चंद लोगों की जेब में जाता रहा। मोदी-योगी की सरकार में अब ऐसा नहीं हो सकता। यदि किसी ने ऐसा किया तो उसकी वही दुर्गति होगी जैसी डकैतों और माफियाओं हुई। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से 5000 हेक्टेयर भूमि को जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। दोनों परियोजनाएं यहां की धरती से सोना उगलवाने का कार्य करेंगी। अब यहां के किसान दो से तीन फसल भी ले सकेंगे। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे ड्रिप इरिगेशन से जुड़े ताकि उनकी 5000 हेक्टेयर फसल 15000 हेक्टेयर में बदल जाए।

योगी ने कहा ‘‘ बुंदेलखंड का समग्र विकास हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हमने बुंदेलखंड के लिए ऐसी समग्र कार्ययोजना तैयार की है कि यहां विकास के साथ ही बेरोजगारी दूर होगी। बड़े उद्योग धंधों की स्थापना की जाएगी। हर घर को नल से जल उपलब्ध होगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के माध्यम से रोड की शानदार कनेक्टिविटी मिलेगी तो जल्द ही हम यहां से हवाई सेवा भी शुरू करने जा रहे हैं। अब यहां की प्राकृतिक संसाधनों का माफिया दोहन नहीं करने पाएंगे। यहां का पैसा यहीं के विकास पर खर्च होगा।''

विपक्ष पर हमलावर मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्नदाता किसानों को गुमराह करने के पीछे वही लोग शामिल हैं जो मोदी सरकार की लोकप्रियता से घबराकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि खराब करते रहते हैं। जो लोग पूछते हैं कि मोदी-योगी ने किसानों के लिए क्या किया, उन्हें इस बात का भी जवाब देना चाहिए की 70 के दशक से लंबित परियोजनाएं क्यों नहीं पूरी हुईं। किसानों को और जनता को गुमराह करने वालों से दो टूक पूछने की जरूरत है कि जब उन्हें सत्ता का अवसर दिया गया तो उन्होंने क्या किया। ऐसे लोग विकास कार्यों के लिए पैसा ही नहीं देते थे। पैसा दिया भी तो परिवार के लोगों को ठेका देकर उसका बंदरबांट कर लेते थे।

उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी जी पीएम बने तो उन्होंने उस समय की राज्य सरकार से कहा कि विकास के लिए पैसा ले जाओ। तबकी सरकार पैसा लेने ही नहीं गई। 2017 में हमारी सरकार बनी तो हमने एकमुश्त पैसा लिया और विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया। आज जिन परियोजनाओं की सौगात मिली है, उनकी फोटो अपने स्माटर्फोन में लेकर जाइए और सवाल पूछने वालों को दिखाइए कि अपने कृत्यों देखो जिसे मोदी- योगी की सरकार ने पूरा किया है।

उन्होंने कहा कि भोलेभाले अन्नदाता के कंधे पर बंदूक रखकर भारत के विकास को अवरुद्ध करने वालों को करारा जवाब देने की जरूरत है। योगी ने कहा कि किसानों को बरगलाया जाता है कि कॉन्ट्रैक्ट खेती से जमीन बंधक बना ली जाएगी। यह कोरी कल्पना है। उन्होंने कहा कि वैद्यनाथ समूह ने हर्बल प्रोजेक्ट में यहीं के किसानों से माल खरीदने का कार्य किया। किसी की जमीन कब्जा नहीं की ,बल्कि लोगों को मुनाफा दिया । सरकार किसानों के हित के लिए प्रतिबद्ध है और एमएसपी जारी रहेगी। 
 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!