Edited By Pooja Gill,Updated: 08 Mar, 2024 11:32 AM
OP Rajbhar News: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर उत्तर प्रदेश सरकार में नए मंत्री बने है। मंत्री बनने के बाद उन्होंने पीला गमछा और गब्बर वाला बयान दे दिया। जिसके बाद अब वह चर्चा में है...
OP Rajbhar News: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर उत्तर प्रदेश सरकार में नए मंत्री बने है। मंत्री बनने के बाद उन्होंने पीला गमछा और गब्बर वाला बयान दे दिया। जिसके बाद अब वह चर्चा में है। इसी बयान को लेकर एक मीडिया पत्रकार ने राजभर से सवाल पूछा तो वह काफी भड़क गए। राजभर ने मीडिया पत्रकार पर भड़कते हुए उसे कहा कि 'तुम अखिलेश यादव के एजेंट हो'।
बता दें कि ओमप्रकाश राजभर ने बृहस्पतिवार को मंत्री पद की शपथ लेने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर पुलिस दौड़ाये तो नेता बन जाओ, पुलिस खुद तुम्हें सलामी देगी। राजभर ने कहा, "मैं कहता हूं किसी थाने पर जाओ और वहां जाने के बाद थोड़ी सी दिक्कत है तो सफेद गमछा मत लगाओ। एक पीला गमछा लगा लो। इस गमछे को लगाकर जब आप थाने पर जाओगे तो दरोगा को आपकी शक्ल में ओमप्रकाश राजभर नजर आएंगे। यह है पावर। जाकर बता देना कि मंत्री जी ने भेजा है।" उन्होंने कहा, "दरोगा जी के पास पावर नहीं है कि मंत्री जी को फोन करें और पूछें कि भेजा है या नहीं। एसपी को भी पावर नहीं है। डीएम को भी पावर नहीं है। आज जिस मुकाम पर हम खड़े हैं, पुलिस महानिदेशक को भी पावर नहीं है कि वह हमसे पूछे कि आपने भेजा है या नहीं भेजा है। शोले में एक गब्बर सिंह था, तो मुझे भी गब्बर समझ लो।"
ओपी राजभर के इस बयान के बाद वह काफी चर्चा में है। उन्हें इस बारे जब एक पत्रकार ने सवाल किया तो उन्होंने कहा 'आप समाजवादी पार्टी के एजेंट बनकर आए हो और जो सवाल समाजवादी पार्टी द्वारा दिया गया है वही पूछ रहे हो।' सवाल ही पूछना है तो शिक्षा पर पूछो, समाज में असमानता है उस पर पूछो, अखिलेश यादव ने कह दिया तो वो सवाल जरूर करोगे। ओपी राजभर उस पत्रकार पर काफी भड़क गए। इसके साथ ही राजभर ने कहा कि गरीबों की सेवा के लिए उनके मन में उत्साह है। सदियों से गुंडागर्दी के दम पर समाजवादी पार्टी की सरकार में गरीबों के मनोबल को दबाया गया था, उनका मनोबल बढ़ाने के लिए हम पूर्वांचल की भाषा मे उनको बोलते हैं, उसको आप दूसरी भाषा मे समझते हैं जबकि हमारी भाषा दूसरी होती है, वो खलनायक की भूमिका नहीं थी वो हीरो की भूमिका थी।