Edited By Deepika Rajput,Updated: 20 May, 2018 09:26 AM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जीवन जीना एक कला है और जिसने भी पूरी ऊर्जा के साथ इस दिशा में प्रयास किया है, उसके लिए जीवन में कुछ भी कठिन नहीं है। इसके लिए जरूरी है कि हम दिव्यांगजनों के प्रति अपना नजरिया बदलें, क्योंकि जीवन...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जीवन जीना एक कला है और जिसने भी पूरी ऊर्जा के साथ इस दिशा में प्रयास किया है, उसके लिए जीवन में कुछ भी कठिन नहीं है। इसके लिए जरूरी है कि हम दिव्यांगजनों के प्रति अपना नजरिया बदलें, क्योंकि जीवन में कुछ करने के लिए वास्तव में नजर से ज्यादा महत्वपूर्ण नजरिया होता है।
बता दें कि, मुख्यमंत्री डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के अटल बिहारी वाजपेयी प्रेक्षागृह में आयोजित विवि के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने 77 मेधावी छात्र-छात्राओं को 103 पदक व 829 विद्यार्थियों को डिग्री दी। पदक पाने वालों में 49 छात्राएं और 26 छात्र रहे। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल राम नाईक ने की। समरोह में पद्मश्री डॉ. उमा तुली व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
सीएम योगी ने कहा कि मैं पदक पाने वाले सभी युवाओं को बधाई देता हूं और आशा करता हूं कि आप सभी अपनी प्रतिभा का उपयोग करते हुए समाज और राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने छात्रों को आंध्र प्रदेश के बेहद गरीब दिव्यांग के बारे में बताते हुए कहा कि जीवन में कुछ करने के लिए वास्तव में नजर से ज्यादा महत्वपूर्ण नजरिया होता है।