Edited By Ajay kumar,Updated: 12 Jan, 2024 08:54 AM
स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में राज्य के वाराणसी और प्रयागराज को स्वच्छ गंगा शहर के रूप में क्रमशः पहला और दूसरा स्थान मिला। वाराणसी को थ्री स्टार गार्बेज फ्री सिटी रेटिंग और प्रयागराज को वाटर प्लस सिटी का दर्जा भी मिला है।
लखनऊ: स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में राज्य के वाराणसी और प्रयागराज को स्वच्छ गंगा शहर के रूप में क्रमशः पहला और दूसरा स्थान मिला। वाराणसी को थ्री स्टार गार्बेज फ्री सिटी रेटिंग और प्रयागराज को वाटर प्लस सिटी का दर्जा भी मिला है। देश में जोनल स्तर पर उत्तर भारत क्षेत्र में उप्र. के तीन शहरों को क्लीन सिटी नार्थ जोन का भी पुरस्कार मिला। इनमें बरवर, अनूपशहर और गजरौला शामिल हैं। एक लाख से 10 लाख तक की आबादी में क्लीन सिटी का राज्य स्तरीय पुरस्कार नोएडा को मिला।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पुरस्कार ग्रहण करते नगर विकास मंत्री एके शर्मा
नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में आवास एवं शहरी मंत्रालय ने स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कारों की घोषणा की। प्रदेश के नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पुरस्कार ग्रहण किया। जीएफसी और ओडीएफ परिणाम भी घोषित किए गए हैं, जिसमें राज्य के 65 शहरों को कचरा मुक्त शहर के रूप में प्रमाणित किया गया है। नगर विकास के प्रमुख सचिव स अमृत अभिजात ने बताया कि 2021 में केवल 5 शहर ही जीएफसी थे।
इंदौर 7वीं बार सबसे स्वच्छ शहर, सूरत सह-विजेता
नई दिल्ली। स्वच्छता सर्वेक्षण के नतीजे गुरुवार को घोषित किए गए, इंदौर और सूरत को देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में चुना गया। इंदौर ने लगातार सातवीं बार यह खिताब जीता, जबकि सूरत संयुक्त विजेता रहा।