Edited By Mamta Yadav,Updated: 04 Apr, 2024 02:48 AM
बरेली की जिला अदालत से भगोड़ा घोषित इत्तेहादे मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा ने समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को मुस्लिम विरोधी बताते हुये कहा कि रामपुर में मोहम्मद आजम खां के बगैर सपा का टिकना नामुमकिन है।
Rampur News: बरेली की जिला अदालत से भगोड़ा घोषित इत्तेहादे मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा ने समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को मुस्लिम विरोधी बताते हुये कहा कि रामपुर में मोहम्मद आजम खां के बगैर सपा का टिकना नामुमकिन है।
अखिलेश यादव का मुस्लिम विरोधी चेहरा सामने आया
मौलाना ने वीडियो के जरिये बयान में कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का मुस्लिम विरोधी चेहरा सामने आया है। सपा के प्रत्याशी घोषित करने में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) हैंडलिंग कर रहा है। तौकीर रज़ा ने रामपुर से लोकसभा के प्रत्याशी महमूद प्राचा को जिताने अपील की है और कहा कि अगर उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह खुद रामपुर आकर महमूद प्राचा का प्रचार करेंगे। तौकीर रज़ा को बरेली की जिला अदालत ने एक मामले के चलते फरार घोषित किया था। बरेली की मशहूर दरगाह आला हजरत से ताल्लुक रखने वाले तौकीर रजा पर साल 2010 में हुए बरेली के दंगे का मास्टरमाइंड होने का आरोप है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें राहत दी थी। इस बीच वह इलाज के लिए दिल्ली के एक हॉस्पिटल में भर्ती रहे।
जब तक रामपुर में आज़म खान नहीं हैं, तब तक साइकिल नहीं चलने दी जाएगी
उन्होंने कहा है कि भाजपा के दस साल में जुल्म और ज्यादती देखी। अखिलेश यादव का मुस्लिम विरोधी चेहरा पूरी तरह सामने आ चुका है। आरएसएस पूरी तरह से सपा के प्रत्याशी घोषित करने में हैंडलिंग कर रही है। महमूद प्राचा को उन्होंने उम्मीदवार बनाया है। अपनी बीमारी की वजह से वह उनके नामांकन में नहीं पहुंच सके। संघर्षशील, जुझारू, हक की लड़ाई लड़ने वाले महमूद प्राचा की आवाज़ संसद तक जानी चाहिए। जल्द वह रामपुर पहुंचकर उनके लिए प्रचार, सभाएं करेंगे। मौलाना ने कहा ‘‘ जब तक रामपुर में आज़म खान नहीं हैं, तब तक साइकिल नहीं चलने दी जाएगी। मेरे पीछे पुलिस और प्रशासन लगा हुआ है, अगर गिरफ्तारी नहीं हुई और सेहत ने इजाजत दी तो रामपुर महमूद प्राचा के समर्थन में आयेंगे। उन्हें यकीन है कि रामपुर के लोग उनकी इज्जत रखेंगे और महमूद प्राचा को भारी वोटों से जिताने का काम करेंगे। वह अगर कम वोटों से जीते तो बेईमान लोग जबरदस्ती करके हरा देंगे। बसपा प्रत्याशी जीशान खान भी अगर मिल्लत के बारे में सोचेंगे तो वह भी अपना वोट महमूद प्राचा को ही देंगे।''