Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 28 Jan, 2021 10:03 AM
राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन देश की राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर परेड की आड़ में हुए हिंसा या शर्मनाक कांड के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर है। उत्तर
बागपतः राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन देश की राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर परेड की आड़ में हुए हिंसा या शर्मनाक कांड के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर है। उत्तर प्रदेश के बागपत में 40 दिनों से चल रहे धरने को पुलिस प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जबरन खत्म करा दिया।
बता दें कि पुलिस प्रशासन पर ये आरोप लगा है कि पुलिस कर्मियों ने दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर एक साइड पर बैठे सैकड़ों किसानों से मौके से खदेड़ते हुए टैंट तक उखाड़ फेंक दिए और लाठियां भी फटकारी। मौके पर तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
गौरतलब है कि बड़ौत में कृषि कानूनों के विरोध में करीब 40 दिन पूर्व खाप चौधरी सुरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में धरने की शुरुआत हुई थी। बाद में सुरेन्द्र सिंह धरने से अलग-थलग हो गए थे। सुरेन्द्र सिंह के हटने के बाद दूसरे खापों के चौधरियों ने बेमियादी धरने का नेतृत्व संभाला। धीरे-धीरे कई किसान संगठनों के साथ खाप चौधरी सुरेन्द्र सिंह दुबारा से धरनास्थल पर लौट आए। गणतंत्र दिवस पर बड़ौत धरनास्थल से सैकड़ों किसान ट्रैक्टर परेड में गए थे।