Edited By Mamta Yadav,Updated: 17 Apr, 2024 11:33 PM
समाजवादी पार्टी (सपा) के किनारा कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन फिर थामने वाले डा धर्म सिंह सैनी के आने से भाजपा की उम्मीदों में इजाफा हुआ है। इसी के साथ एक तरफ जहां सैनी की बीजेपी में घर वापसी हुई, वहीं दूसरी तरफ इंडी गठबन्धन को इससे बहुत...
Saharanpur News: समाजवादी पार्टी (सपा) के किनारा कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन फिर थामने वाले डा धर्म सिंह सैनी के आने से भाजपा की उम्मीदों में इजाफा हुआ है। इसी के साथ एक तरफ जहां सैनी की बीजेपी में घर वापसी हुई, वहीं दूसरी तरफ इंडी गठबन्धन को इससे बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है। उनके साथ नगर निगम वार्ड 53 की पार्षद शांता पुंडीर, पूर्व पार्षद संजीव पुंडीर व सहारनपुर के पूर्व जिला मंत्री भाजपा ओमपाल सिंह भी शामिल हुए।
बता दें कि धर्म सिंह सैनी लम्बे समय से भारतीय जनता पार्टी में एंट्री का रास्ता तलाश रहे थे। उनके आने से सहारनपुर व कैराना लोकसभा सीट पर भाजपा की स्थिति बहुत मजबूत हुई है क्योंकि पश्चिम में सैनी समाज धर्म सिंह को ही अपना नेता मानता है और दोनों ही सीटों पर सैनी समाज का अच्छा खासा वोट है। ऐसे में अब विरोध के सारे सुर समाप्त हो जाऐंगे और पूरा सैनी समाज एक जुट होकर चुनाव में भाजपा को वोट कर सकता है।
उल्लेखनीय है कि सैनी का राजनीतिक जीवन बसपा से शुरू हुआ था जहां वे तीन बार विधायक और मायावती सरकार में काबिना मंत्री रहे लेकिन 2017 में वह विधानसभा चुनाव से ठीक पहले स्वामी प्रसाद मौर्य आदि के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे और नकुड़ से विधायक चुने गए थे जहां उन्होंने धाकड़ मुस्लिम नेता इमरान मसूद को मामूली वोटों के अंतर से हराया था। योगी सरकार में वह स्वतंत्र प्रभार के राज्य मंत्री रहे। पिछले विधानसभा चुनाव के मौके पर भाजपा छोड़कर सपा ज्वाइन कर ली थी और कुछ सौ वोटों से भाजपा के मुकेश चौधरी से पराजित हो गए थे। उसके बाद उनके ऊपर भ्रष्टाचार के कथित आरोप लगने लगे और उनका मन पलट गया और वह तभी से भाजपा में शामिल होने के प्रयासों में लग गए।