Edited By Ramkesh,Updated: 29 Apr, 2020 02:58 PM
कोरोना महामारी के कारण देश में लॉकडाउन का पार्ट 2 लागू है। ऐसे में लोग अपने घरों में रहने को मजबूर है।
लखनऊ: कोरोना महामारी के कारण देश में लॉकडाउन का पार्ट 2 लागू है। ऐसे में लोग अपने घरों में रहने को मजबूर है। इसी बीच सोशल मीडिया के सहारे लोग अपना समय बिता रहे है। लेकिन कुछ सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए साजिश कर रहे है। वहीं पुलिस ऐसे लोगों पर कार्रवाई जेल भेजने का काम कर रही है।
बता दें कि एक ओर कोरोना की जंग के योद्धाओं की सराहना के संदेश मनोबल बढ़ाने वाले हैं। कई चुटकीले मैसेज बड़ों से लेकर बच्चों तक को गुदगुदा रहे हैं। तो दूसरी ओर आपत्तिजनक संदेशों को हथियार की तरह इस्तेमाल करने की कोशिशें भी जारी हैं, लेकिन ऐसी गड़बड़ी करने वालों पर पुलिस की पैनी निगाह भी है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी शिकंजा कसा जा रहा है। ऐसे में आप सोशल मीडिया पर पूरी सावधानी से संदेशों का आदान प्रदान करिए। एक चूक भी आपको कानूनी शिकंजे में घेर सकती है।
UP के डीजीपी मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया सेल सोशल मीडिया पर वायरल संदेशों की मानीटरिंग कर रही है। कुछ खास शब्दों के जरिये भी वायरल संदेशों पर निगाह रखी जा रही है। 16 मार्च से सोशल मीडिया पर बढ़ाई गई निगरानी के बाद अब तक आपत्तिजनक पोस्टों के खिलाफ 578 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इनमें 151 एफआइआर भ्रामक सूचना व अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ हैं, जबकि 310 मुकदमे सांप्रदायिक सद्भाव बिगाडऩे की साजिश करने वालों के खिलाफ हैं।