Edited By Prashant Tiwari,Updated: 18 Dec, 2022 12:16 PM
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण समय से पहले पूरी होने की उम्मीद जताई जा रही है। पहले राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा दिसंबर 2023 तक मंदिर के फर्स्ट फ्लोर के बनकर तैयार होने की उम्मीद जताई गई थी
अयोध्या (संजीव आजाद) : अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण समय से पहले पूरी होने की उम्मीद जताई जा रही है। पहले राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा दिसंबर 2023 तक मंदिर के फर्स्ट फ्लोर के बनकर तैयार होने की उम्मीद जताई गई थी, लेकिन मंदिर परिसर में आयोजित निर्माण समिति की बैठक के बाद ट्रस्ट की तरफ से बताया गया है कि काम में तेजी के कारण निर्माणाधीन भव्य और दिव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की सीमा रेखा दिसंबर 2023 की जगह अक्टूबर 2023 निर्धारित कर दी गई है।
राम मंदिर का निर्माण उदाहरण बनेगा
शनिवार को राम मंदिर निर्माण समिति के प्रथम दिन की बैठक के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मीडिया को बताया कि फिलहाल अब तक गर्भ गृह में 14 फीट ऊंचाई तक का निर्माण हो चुका है। जहां तक परकोटे के फर्श की बात है, तो फर्श पर कालीन वर्क इस तरह किया जाएगा, जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनने के साथ ही निर्माण क्षेत्र में एक उदाहरण बनेगा। उन्होंने बताया कि राम मंदिर के निर्माण में कुल 12 दरवाजे लगने हैं। जिसमें महाराष्ट्र के टिक की लकड़ी का उपयोग करने का निर्णय लिया गया है। महासचिव ने यह भी बताया कि सुग्रीव किला से राम मंदिर के मार्ग को जोड़ने वाले स्थल पर यात्री सुविधा केंद्र बनाया जाएगा। जिसमें एक साथ 25000 के ठहरने की व्यवस्था होगी। यहां नित्य क्रिया सहित सुरक्षा और विश्राम की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
प्रथम तल का एरिया 14 फीट ऊंचा आकार ले चुका
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि रामलला के मंदिर का पहला मंजिल 19 फिट का है। उसके ऊपर बीम रखे जाएंगे। प्रथम तल का एरिया 14 फीट ऊंचा आकार ले चुका है। ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि ट्रस्ट की मंशा है कि मंदिर निर्माण अक्टूबर 2023 तक पूरा हो जाए। जिससे कि रामलला के नए गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा की तिथि का निर्णय लिया जा सके। गर्भ गृह में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का कार्य मकर संक्रांति के बाद ही होगा जब सूर्य उत्तरायण होंगे। इसके अलावा मंदिर के फर्श में मकराना मार्बल लगाया जाएगा। फर्श में काली नुमा इनले वर्क किया जाएगा। राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि अप्रैल या मई से मकराना मार्बल फर्श पर लगाना प्रारंभ कर दिया जाएगा। रामलला के मंदिर में जो मकराना मार्बल लगाया जाएगा वह 35 मिमी मोटा होगा, फर्श में कालीन नुमा नक्काशी 15 इंच गहराई तक की जाएगी।