Edited By Ramkesh,Updated: 04 Apr, 2024 05:46 PM
उत्तर प्रदेश की बदायूं लोकसभा सीट को लेकर समाजवादी पार्टी भंवर में फंसी हुई नजर आ रही है। दरअसल, इस सीट पर पहले धर्मेंद्र यादव को लेकर चर्चा थी उसके बाद समाजवादी पार्टी ने उनकी जगह पर शिवपाल यादव के चुनाव लड़ने के संकेत दिए। इसी बीच खबर सामने आई है...
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश की बदायूं लोकसभा सीट को लेकर समाजवादी पार्टी भंवर में फंसी हुई नजर आ रही है। दरअसल, इस सीट पर पहले धर्मेंद्र यादव को लेकर चर्चा थी उसके बाद समाजवादी पार्टी ने उनकी जगह पर शिवपाल यादव के चुनाव लड़ने के संकेत दिए। इसी बीच खबर सामने आई है कि शिवपाल ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उसके बाद बदायूं सीट को लेकर एक बार फिर सियासत गरमा गई है। बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी में महासचिव पद से इस्तीफा दे चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री और बदायूं सीट से ही पांच बार सांसद रहे सलीम इकबाल शेरवानी की इस सीट पर एंट्री हो सकती है।
वहीं सलीम शेरवानी ने दावा किया है कि बदायूं में समाजवादी पार्टी के हालात उनके पद से इस्तीफा देने के बाद खराब हुए हैं। उनकी वजह से ही अखिलेश यादव ने पहले धर्मेंद्र यादव का टिकट काटा और अब शिवपाल यादव भी चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। सलीम शेरवानी ने दावा किया है कि इस सियासी उठा पटक के लिए पूरी तरह से पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ही जिम्मेदार है।
सलीम शेरवानी के मुताबिक ईद के त्यौहार के बाद वह बदायूं जाएंगे और अपने समर्थकों से बातचीत करने के बाद कोई फैसला लेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि शिवपाल यादव ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लेते वक्त भी उनसे बातचीत की थी। हालांकि उन्होंने इस बात से साफ इंकार किया है कि वह शिवपाल यादव को मनाने की कोई कोशिश करेंगे। उनका कहना है कि यह काम अखिलेश यादव का है और वहां के सियासी हालात के मुताबिक उनको ही कोई फैसला लेना होगा।