मुलायम का असर: CM अखिलेश ने PWD छोड़ शिवपाल को लौटाए 13 विभाग

Edited By ,Updated: 17 Sep, 2016 02:45 PM

ruckus sp supporters out of office in akhilesh shivpal supporters beat the odds

सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में छिड़ा सियासी घमासान बढ़ता ही जा रहा है। राजधानी लखनऊ में सपा कार्यालय के बाहर सपा समर्थकों का बवाल लगातार जारी है।

लखनऊ: सपा में मचे सियासी घमासान पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को कुछ अहम फैसले लिए थे और मामले को जल्द से जल्द निपटाने की बात कही थी। मुलायम सिंह के उसे निर्णय का असर आज देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल यादव को पीडब्ल्यूडी को छोड़कर वे सभी विभाग लौटा दिए हैं, जिन्हें वापस लिया था। इसके अलावा शिवपाल यादव को मेडिकल एजुकेशन और लघु सिंचाई जैसे विभाग भी सौंप दिए गए हैं। इस तरह शिवपाल यादव के पास फिलहाल 13 विभाग हैं। 
 
साथ ही भ्रष्टाचार के आरोपों में हटाए गए गायत्री प्रसाद प्रजापति को भी दोबारा कैबिनेट शामिल किया जा रहा है। कुछ ही देर में वह मंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बीच मुख्यमंत्री अपने चाचा शिवपाल यादव से मुलाकात के लिए पहुंचे हैं। दोनों साथ में ही लंच करेंगे। इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के प्रेस कॉन्फ्रेंस की तैयारी चल रही है। वह जल्द ही इसे संबोधित करेंगे। बता दें कि मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अखिलेश का फैसला पलटते हुए गायत्री को दोबारा मंत्री बनाए जाने की बात कही थी।
 
इससे पहले आज ‘समाजवादी’ कुनबे में मचा घमासान आज सड़कों पर उतर आया। परिवार में तल्खी की धुरी बने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा काबीना मंत्री शिवपाल यादव के समर्थकों ने परस्पर बगावत का सुर फूंकते हुए पार्टी मुख्यालय पर पहुंचकर अपने-अपने नेता के पक्ष में नारेबाजी की। सपा के चारों युवा संगठनों सपा छात्रसभा, लोहिया वाहिनी, युवजन सभा और यूथ ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने सपा मुख्यालय के सामने शिवपाल को हटाकर अखिलेश को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद पर वापस लाने की मांग करते हुए नारेबाजी की। सूत्रों के मुताबिक चारों युवा संगठनों ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को पत्र लिखकर अखिलेश को दोबारा प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग की है। उनका कहना है कि अखिलेश ही पार्टी को आगे बढ़ा सकते हैं। 

शिवपाल के समर्थकों ने की नारेबाजी 
इस बीच, शिवपाल के समर्थकों ने भी पार्टी मुख्यालय पर पहुंचकर उनके पक्ष में नारेबाजी की। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव द्वारा कल आगे आकर पार्टी में कोई मतभेद ना होने का दावा किये जाने और मुख्यमंत्री के कल रात शिवपाल से छीने गये सभी विभाग वापस करने के बाद एेसा लगा था कि पार्टी में उभरे मतभेद फिलहाल समाप्त हो गये हैं, लेकिन दोनों धड़ों के समर्थकों के आज सड़कों पर उतरने से साफ हो गया है कि तल्खी का दौर नया मोड़ ले चुका है। 
 
अखिलेश के साथ ही करेंगे काम
मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष मुहम्मद एबाद ने कहा ‘‘हमने नेताजी (मुलायम) को अपनी भावनाआें से अवगत करा दिया है। हम (सभी चारों युवा संगठन) अखिलेश जी के सिवा और किसी के साथ काम नहीं कर सकते। अखिलेश जी को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाये जाने से युवा दुखी और हताश हैं, यहां तक कि हम उनके पक्ष में आत्मदाह भी कर सकते हैं।’’ 
 
सपा के युवा संगठनों ने की अखिलेश के पक्ष में नारेबाजी
पूर्व में, सपा के युवा संगठनों के अध्यक्ष रह चुके विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप और आनन्द भदौरिया ने भी अखिलेश के पक्ष में नारेबाजी की। कश्यप ने कहा कि नेताजी कई मौकों पर कह चुके हैं कि युवाआें को पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए। हम अखिलेश जी को वापस लाना चाहते हैं। वह युवाआें के निर्विवाद नेता हैं। बहरहाल, सपा दफ्तर के बाहर अचानक बड़ी संख्या में एकत्र कार्यकर्ताआें के बीच झड़प की आशंका के कारण सुरक्षा के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी बल के जवानों को तैनात किया गया है। 
 
इसलिए हो रहा विवाद
मालूम हो कि गत 13 सितंबर को शिवपाल के करीबी माने जाने वाले आईएएस अफसर दीपक सिंघल को हटाये जाने के बाद सपा मुखिया ने अखिलेश को सपा प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर उनकी जगह वरिष्ठ काबीना मंत्री शिवपाल को बैठा दिया गया था। इससे नाराज अखिलेश ने शिवपाल से लोकनिर्माण, राजस्व और सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण विभाग छीन लिये थे। विवाद बढऩे के बाद सपा मुखिया ने कल शिवपाल और अखिलेश से मुलाकात की थी। उन्होंने पार्टी मुख्यालय पर कार्यकर्ताआें से कहा था कि परिवार में कोई विवाद नहीं है। उसके बाद देर रात अखिलेश ने शिवपाल को उनसे छीने गये सभी विभाग वापस कर दिये थे। 
 
अपने समर्थकों को मेरे घर से हटाओ-मुलायम
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह के आवास को घेरकर खड़े अखिलेश यादव के समर्थकों ने मुलायम सिंह के फैसले को चुनौती देते हुए उन्हें अपने फैसले वापस लेने की मांग की है। साथ ही वह अखिलेश को दोबारा सपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं। इस मामले को लेकर मुलायम सिंह ने अखिलेश यादव को फोनकर अपने आवास पर तत्काल बुलाया है। वहीं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने आवास के बाहर अपने सभी समर्थकों और नेताओं को बुलाया है।  
 
शिवपाल यादव ही प्रदेश अध्यक्ष रहेंगे-अखिलेश 
समर्थकों में बढ़ते विवाद को देखते हुए अखिलेश यादव ने ऐलान कर दिया है कि शिवपाल यादव ही प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहेंगे। मुख्यमंत्री ने अध्यक्ष बनने पर शिवपाल का स्वागत किया है। 
 

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