BJP को हराने के लिए राजभर ने चला बड़ा दाव, 2022 में सपा के साथ मिलकर लड़ेंगे चुनाव

Edited By Ramkesh,Updated: 20 Oct, 2021 04:02 PM

rajbhar meets akhilesh can fight elections together with sp

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव से मुलाकात की है। समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। पार्टी ने ट्वीट कर बताया वंचितों, शोषितों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं, किसानों, नौजवानों, हर कमजोर वर्ग की...

लखनऊ: विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में तेजी से बदलते राजनीतिक परिद्दश्य के बीच 2017 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार का हिस्सा रहने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज  पार्टी  (सुभासपा) ने बुधवार को मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ हाथ मिलाकर भाजपा के सफाये का संकल्प लिया।   सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की और साथ में चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर की। दोनो नेताओं की मुलाकात के बाद सपा के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से जानकारी दी गयी ‘‘ वंचितों, शोषितों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं, किसानों, नौजवानों, हर कमजोर वर्ग की लड़ाई समाजवादी पाटर्ी और सुहेलदेव भारतीय समाज पाटर्ी मिलकर लड़ेंगे। सपा और सुभासपा आए साथ। यूपी में भाजपा साफ। आए साथ।'' 

पार्टी सूत्रों ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव एक ऐसी समाजवादी व्यवस्था की स्थापना करना चाहते हैं, जिसमें समाजवादी विचारों का व्यावहारिक स्वरूप हो। जिससे खुशहाल, समावेशी और भेद-भाव विहीन समाज बन सके। इसी संकल्प को सिद्ध करने के लिए समाजवादी पार्टी सभी को साथ लेकर निरंतर आगे बढ़ रही है। श्री यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार ने गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग समेत वंचितों, शोषितों, किसानों, नौजवानों, महिलाओं, व्यापारियों के लिए अनगिनत कार्य किये। इसी कड़ी में कमजोरों के हक की आवाज को बुलंद करने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पा समाजवादी पार्टी के साथ कदम से कदम मिला यूपी को विकास पथ पर ले जाने के लिए तैयार है। 

उन्होंने दावा किया कि ये भाजपा के दमनकारी शासन के अंत की शुरुआत है। सुभासपा के संस्थापक ओमप्रकाश राजभर सदैव गरीब, किसान, मजदूर, दलित व पिछड़े वर्ग के लिए लड़ते आए हैं। सुभासपा ने हमेशा सामाजिक न्याय की बात कही है, चाहे फिर वह आबादी व आर्थिक आधार पर आरक्षण, सामाजिक न्याय समिति की रिपोटर् लागू करना, प्राथमिक विद्यालय में तकनीकी शिक्षा, घरेलू बिजली बिल माफ, महिलाओं को 50 फ़ीसदी आरक्षण, गरीबों को मुफ्त इलाज, कुटीर एवं लघु उद्योग से बेरोजगारों को रोजगार, प्राथमिक विद्यालय से स्नातकोत्तर तक निशुल्क शिक्षा, बिना भेदभाव के नौकरी, सामाजिक न्याय समिति की रिपोटर् लागू कराना, निशुल्क स्वास्थ्य-शिक्षा और बिजली आदि।    

अरविंद राजभर (प्रमुख महासचिव, पूर्व राज्यमंत्री), अरुण कुमार राजभर (राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता), सुनील कुमार अकर्वंशी (प्रदेश अध्यक्ष), महेंद्र राजभर (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष) सतीश बंजारा, गुलाब खंगार, प्रेमचंद कश्यप आदि नेता सुभासपा के साथ खड़े हैं। उनका दावा था कि सुभासपा के साथ पूर्वांचल में 18-22 फीसदी राजभर वोटर्स हैं। पूर्वांचल की 150 से अधिक सीटों पर  पार्टी   का प्रभाव है। प्रदेश के वाराणसी मंडल, देवीपाटन मंडल, गोरखपुर मंडल, आजमगढ़ मंडल की विधानसभा सीट्स पर गहरी पैठ है। सुभासपा की बंसी, आरख, अकर्वंशी, खरवार, कश्यप, पाल, प्रजापति, बिन्द, बंजारा, बारी, बियार, विश्वकर्मा, नाई और पासवान जैसी उपजातियों पर भी मज़बूत पकड़ है। 

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