Edited By Ruby,Updated: 10 Aug, 2018 05:14 PM
उत्तर प्रदेश में जल्द ही मौसम के करवट लेने की प्रबल सम्भावना है और अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में अनेक स्थानों पर बारिश हो सकती है। आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में ज्यादा
लखनऊः उत्तर प्रदेश में जल्द ही मौसम के करवट लेने की प्रबल सम्भावना है और अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में अनेक स्थानों पर बारिश हो सकती है।
आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में ज्यादातर स्थानों पर और पश्चिमी भागों में अनेक इलाकों में वर्षा होने का अनुमान है। पूर्वी क्षेत्रों में यह सिलसिला अगले 48 घंटे तक जारी रह सकता है। प्रदेश में मानसून जुलाई के अंत से इस माह के पहले सप्ताह तक खासा सक्रिय रहा था और इस दौरान सूबे में ज्यादातर स्थानों पर बारिश हुई थी। साथ ही लोगों को गर्मी से भी खासी राहत मिल गयी थी। हालांकि पिछले कुछ दिनों से मौसम साफ है और लोगों को उमसभरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर वर्षा हुई। इस अवधि में सहारनपुर में तीन सेंटीमीटर, बहराइच और मऊरानीपुर में दो-दो तथा राबर्टसगंज में एक सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गयी। इस बीच, केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में घाघरा, शारदा और सई समेत विभिन्न नदियां जगह-जगह उफान पर हैं। खासकर घाघरा ने रौद्र रूप अपनाया है। यह नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी), अयोध्या तथा तुर्तीपार (बलिया) में यह खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
शारदा नदी का जलस्तर पलियाकलां में तथा सई नदी रायबरेली में लाल निशान को पार कर गई है। गंगा नदी का जलस्तर नरौरा (बुलंदशहर), फतेहगढ़, गुमटिया (कन्नौज) तथा अंकिनघाट (कानपुर देहात) में रामगंगा नदी का जलस्तर डाबरी (शाहजहांपुर) में, यमुना का जलस्तर प्रयागघाट (मथुरा) में, राप्ती नदी का जलस्तर बलरामपुर और बांसी (सिद्धार्थनगर) तथा क्वानो नदी का जलस्तर चंद्रदीपघाट (गोण्डा) में खतरे के निशान के पास पहुंच गया है।