Edited By Imran,Updated: 29 Oct, 2024 06:07 PM
गुंडागर्दी के लिए मशहूर समाजवादी पार्टी ने एक फिर जमकर हंगामा काटा। इस बार हंगामा नेताओं ने नहीं वकीलों ने किया। हालांकि पुलिस की सख्ती ने उनके नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया।
गाजियाबाद: गुंडागर्दी के लिए मशहूर समाजवादी पार्टी ने एक फिर जमकर हंगामा काटा। इस बार हंगामा नेताओं ने नहीं वकीलों ने किया। हालांकि पुलिस की सख्ती ने उनके नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया। इस बार समाजवादी पार्टी के नेता (वकील) गाजियाबाद के सिविल कोर्ट में जिला जज से ही मारपीट करने पर आमादा हो गये। हालात को देखते हुए जिला जज ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुँच पुलिस ने मोर्चा संभाला और सपाई वकीलों को खदेड़ दिया।
गाजियाबाद के एडिशनल पुलिस कमिश्नर दिनेश कुमार पी ने बताया कि कविनगर थाने में दर्ज एक मुकदमे से संबंधित 9 आरोपियों की रेगुलर बेल पर मंगलवार को जिला जज कोर्ट में सुनवाई चल रही थी। इसी दौरान एडवोकेट नाहर सिंह यादव (पूर्व अध्यक्ष बार एसोसिएशन और सपा नेता) और उनके साथी सपाई वकील अभिषेक यादव, एडवोकेट औरंगजेब खान, एडवोकेट बिलाल अहमद समेत अन्य जिला जज से दूसरी कोर्ट में केस को ट्रांसफर करने का दवाब बनाने लगे। इसको लेकर बहस चल ही रही थी कि सपाई वकीलों ने जिला जज से अभद्रता शुरू कर दी और कोर्ट रूम में हंगामा करने लगे। जिला जज ने स्थिति को भांपते हुए गाजियाबाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचते ही सपाई वकीलों ने कोर्ट रूम में ही तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस पर गाजियाबाद पुलिस ने जिला जल को सुरक्षित वहां से बाहर निकाला। इसके बाद सफाई वकीलों को कोर्ट रूम से खदेड़ा।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पुलिस की सख्त कार्रवाई के बाद नाराज सपाई वकीलों ने कचहरी में तोड़फोड़ शुरू कर दी। साथ ही कचहरी की चौकी में आग लगा दी। वहीं गाजियाबाद पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पीएसी को बुलाना पड़ा। उन्होंने बताया कि कचहरी में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि आरोपी सपाई वकीलों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सपा नेता नाहर सिंह यादव पर पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। एक मामले में रासुका की भी कार्रवाई की जा चुकी है।