Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 06 Jun, 2021 11:54 AM
उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा खतरे में नजर आ रही है। जिसके चलते सीएम की सुरक्षा वजहों से गोरखनाथ मंदिर के दक्षिण पूर्वी कोने पर स्थित अल्पसंख्यकों के 11 घरों को खाली कराया जाएगा। इस पर जिला प्रशासन का कहना है कि किसी पर भी...
गोरखपुरः उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा खतरे में नजर आ रही है। जिसके चलते सीएम की सुरक्षा वजहों से गोरखनाथ मंदिर के दक्षिण पूर्वी कोने पर स्थित अल्पसंख्यकों के 11 घरों को खाली कराया जाएगा। इस पर जिला प्रशासन का कहना है कि किसी पर भी घर खाली करने के लिए दबाव नहीं बनाया जा रहा, सबकि सहमति से इस कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है।
किसी को बेघर नहीं किया जाएगा- जिला प्रशासन
जिला प्रशासन का दावा है कि किसी को बेघर नहीं किया जाएगा। संबंधित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। उनके लिए दूसरी जगह घर बसाने की तैयारी भी की जाएगी। घरों को खाली कराने के संबंध में जिला प्रशासन की तरफ से एक सहमति पत्र तैयार किया गया है, जिस पर 11 में से 9 लोगों ने दस्तखत किए हैं, जबकि दो परिवार बाकी हैं।
'प्रशासन जबरन दस्तखत करवा रहा है'
इस मामले का दूसरा पक्ष भी सामने आया है। कुछ लोगों का दबी जुबान आरोप है कि प्रशासन जबरन दस्तखत करवा रहा है। यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि सहमति पत्र में न तो मुआवजे की बात कही गई है न ही यह स्पष्ट है कि सहमति पत्र किस विभाग की तरफ से तैयार किया गया है।
क्या कहते हैं गोरखपुर के डीएम
गोरखपुर डीएम के. विजयेंद्र पांडियन का कहना है कि सुरक्षा के दृष्टिगत शासन के निर्देश पर गोरखनाथ मंदिर परिक्षेत्र के 11 घर खाली कराए जाने हैं। सहमति के आधार पर ही ये घर खाली कराए जाएंगे। सभी को उचित मुआवजा दिया जाएगा। किसी के साथ जबरदस्ती नहीं की जा रही है। नौ लोगों ने अपनी इच्छा से दस्तखत किए हैं। दो लोगों के दस्तखत बाकी है। वहीं संबंधित परिवार के लोगों को कोई एतराज नहीं है, मगर कुछ लोग तरह-तरह की अफवाह फैलाकर मामले को धार्मिक रूप देने में जुटे हैं।
खुफिया एजेंसियों ने सुरक्षा के लिहाज से तैयार की ये रिपोर्ट
बता दें कि केंद्र एवं राज्य की खुफिया एजेंसियों ने सुरक्षा के लिहाज से एक रिपोर्ट तैयार की है। इसी आधार पर मंदिर के मुख्य गेट से सटे पंजाब नेशनल बैंक की इमारत, जोकि मंदिर की संपत्ति है, उसे भी परिसर में मिलाने का प्रस्ताव है, ताकि मुख्य द्वार पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा सके। ऐसे इंतजाम किए जाएं कि गेट पर ही हर व्यक्ति से लेकर वाहन तक की जांच हो सके। इसी के मद्देनजर शासन के निर्देश पर प्रशासन ने इन घरों को खाली कराने का निर्देश दिया है।