Edited By Pooja Gill,Updated: 02 Mar, 2025 10:47 AM
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य महकमा संभाल रहे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि महाकुंभ स्नान के बाद त्वचा रोग का कोई मामला सामने नहीं आया है। उप मुख्यमंत्री पाठक ने संगम के पानी की शुद्धता...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य महकमा संभाल रहे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि महाकुंभ स्नान के बाद त्वचा रोग का कोई मामला सामने नहीं आया है। उप मुख्यमंत्री पाठक ने संगम के पानी की शुद्धता को लेकर विपक्षी नेताओं द्वारा उठाई गई चिंताओं का जिक्र किया। दरअसल विपक्षी नेताओं ने दावा किया था कि संगम में स्नान करने के बाद कई तीर्थ यात्री बीमार पड़ गए। पाठक ने कुंभ के दौरान की गई साफ-सफाई की प्रशंसा करते हुए कहा, "तीर्थयात्रियों की भारी संख्या के बावजूद, त्वचा रोग का कोई मामला सामने नहीं आया।''
'सारी सृष्टि हमारा परिवार है'
उप मुख्यमंत्री ने कहा, गंगा की शुद्धता और कार्यक्रम के दौरान लागू किए गए स्वच्छता उपायों की सफलता पर जोर दिया। पाठक ने कहा कि '' सनातन और भारतीय संस्कृति पर आज से हमले नहीं हो रहे हैं, तरह-तरह के आक्रमण सदियों से हो रहे हैं। हमारे वेद, पुराणों, श्रुतियों और स्मृतियों पर कुठाराघात किया गया।'' उन्होंने कहा कि '' तक्षशिला और नालंदा जैसे शिक्षा के उत्कृष्ट केंद्रों पर हमला किया गया, उन्हें नष्ट किया गया। मुगल और अंग्रेजों ने इसे नष्ट करने के लिए क्या जतन नहीं किए लेकिन हमारी संस्कृति अक्षुण्ण रही और वह दुनिया को मार्ग दिखती रही। हमारी संस्कृति में मनुष्य श्रेष्ठ है, जीव जंतु और वृक्ष भी हमारे परिवार का हिस्सा हैं। सारी सृष्टि हमारा परिवार है। यह सनातन के मूल में है।''
'आज हम गर्व से कहने लगे हैं कि हम भारतीय हैं'
ब्रजेश पाठक ने कहा, ‘‘महाकुंभ में हमने देखा 90 वर्ष की सास को उसकी बहू कंधे पर उठाकर ले जा रही है। किसी अन्य समाज या संस्कृति में यह असंभव है। महाकुंभ में पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण से लोग आए, देश ही नहीं दुनिया के हर कोने से लोग आए।'' उन्होंने कहा कि '' यह वैश्विक उत्सव भारत और भारतीयता का परिचायक बना है। 2014 के बाद से नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में आमूल चूल परिवर्तन आया है। आज हम गर्व से कहने लगे हैं कि हम भारतीय हैं।'' प्रयागराज में 13 जनवरी को शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी को समाप्त हुआ।