Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 25 Feb, 2022 05:18 PM
यूपी के महराजगंज के 5 विधानसभा क्षेत्रों में नौतनवां विधानसभा जिले का सबसे अलग विधानसभा माना जाता है, क्योंकि इस विधानसभा में किसी पार्टी की हवा नहीं बल्कि हर बार दो परिवार आमने-सामने होते हैं। इनके बीच ही वोटों की...
महराजगंज: यूपी के महराजगंज के 5 विधानसभा क्षेत्रों में नौतनवां विधानसभा जिले का सबसे अलग विधानसभा माना जाता है, क्योंकि इस विधानसभा में किसी पार्टी की हवा नहीं बल्कि हर बार दो परिवार आमने-सामने होते हैं। इनके बीच ही वोटों की लड़ाई सिमट कर रह जाती है। 2012 में जब प्रदेश में सपा की सरकार बनी तो इस सीट से कांग्रेस के टिकट पर कौशल सिंह उर्फ मुन्ना सिंह ने जीत दर्ज किया था तो 2017 में जब प्रदेश में मोदी लहर चल रही थी तो निर्दल के रूप में अमनमणि त्रिपाठी ने जीत दर्ज किया था और भाजपा तीसरे नम्बर पर चली गयी थी।
नौतनवां विधानसभा एक तरह से वीआईपी सीट के रूप में जनता देखती है, अगर पुराना रिकार्ड देखा जाए तो प्रदेश में किसी भी पार्टी की लहर चल रही हो, लेकिन इस विधानसभा की सीमा पर आते ही लहर खत्म हो जाती है और यहां सिर्फ दो परिवार यानी मणि परिवार व सिंह परिवार के बीच लड़ाई चलती है। इस विधानसभा में तस्वीर देखी जाए तो 2012 में जब प्रदेश में समाजवादी पार्टी की लहर चल रही थी और पूर्ण बहुमत से सरकार बनी तो नौतनवां विधान सभा से कांग्रेस के टिकट पर कौशल किशोर सिंह उर्फ मुन्ना सिंह 76584 मत पा कर विजयी हुए, वही सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अमनमणि को 68747 मत मिला, बसपा के सदा मोहन को 20673, पीस पार्टी से भीमसेन सिंह को 8146 व भाजपा से अशोक कुमार को 6101 मत मिला।
वर्ष 2017 की बात करें तो पूरे प्रदेश में मोदी लहर चल रही थी और पूर्ण बहुमत से ज्यादा सीट प्रदेश मे मिली लेकिन नौतनवां विधानसभा मे इस लहर का असर नही चला और इस बार भी लड़ाई दोनों परिवारों के बीच ही रही, निर्दल से अमनमणि त्रिपाठी का 79666 वोट मिले और विजयी हुए, तो सपा से कौशल किशोर सिंह उर्फ मुन्ना सिंह को 47410 वोट मिले, भाजपा से समीर त्रिपाठी को 45050 और बसपा से एजाज अहमद को 26210 मत मिले। इस तरह देखा जाए तो इस वीआईपी सीट पर लड़ाई सिर्फ दो परिवार के बीच होती चली आ रही है, प्रदेश में किसी भी दल का लहर चल रहा हो यहां आते -आते लहर बदल जाती है। इस बार भी मुख्य लड़ाई दोनोें परिवार के बीच ही देखी जा रही है।
दिल्ली और लखनऊ से चलने वाली राजनैतिक हवाएं यहां हो जाती हैं। बेअसर क्योंकि पिछले एक दशक के राजनीतिक इतिहास के बारे में देखा जाए तो जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी तो उस समय कांग्रेस का प्रत्याशी भारी बहुमत से विजय हासिल किया था और जब प्रदेश में मोदी और योगी की लहर थी तो उस समय निर्दल प्रत्याशी भारी मतों से यहां विजई हुआ था जी हां हम बात कर रहे हैं।
महाराजगंज का सबसे हॉट सीट नौतनवा पर पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमन मणि त्रिपाठी निर्दल विधायक है और बीएसपी की टिकट पर मैदान में है। तो वही दूसरा सबसे ताकतवर परिवार सिंह परिवार है, इस बार सपा की टिकट से मुन्ना सिंह जो बीएसपी के अमन मणि को कड़ी चुनौती दे रहे हैं।