Edited By Mamta Yadav,Updated: 30 Mar, 2024 02:38 AM
माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के कुछ ही घंटों के भीतर उनके वकील ने बाराबंकी की विशेष अदालत में अर्जी देकर अपने दिवंगत मुवक्किल के कथन को मृत्युकालीन बताते हुए एफआईआर दर्ज करने व बांदा जेल में सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित करने की गुहार लगायी है। शुक्रवार...
Barabanki News: माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के कुछ ही घंटों के भीतर उनके वकील ने बाराबंकी की विशेष अदालत में अर्जी देकर अपने दिवंगत मुवक्किल के कथन को मृत्युकालीन बताते हुए एफआईआर दर्ज करने व बांदा जेल में सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित करने की गुहार लगायी है। शुक्रवार को गैंगस्टर मामले में मुख्तार अंसारी समेत उसके 12 अन्य साथियों की पेशी नियत थी। फिलहाल अदालत ने इस अर्जी पर कोई फैसला नहीं दिया है।
बता दें कि 29 मार्च को बाराबंकी की एमपी– एमएलए कोर्ट नंबर 4 में मुख्तार अंसारी की पेशी थी। इस दौरान बांदा जेल अधीक्षक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में हाजिर हुए। सुनवाई में उन्होंने बताया कि कल रात 9:50 पर बंदी मुख्तार अंसारी की मृत्यु हो गई। जिस पर जज कमलकांत श्रीवास्तव ने अगली तारीख 4 अप्रैल लगवाते हुए रिपोर्ट तलब की है। मुख्तार के वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि एमपी– एमएलए कोर्ट में जज के समक्ष दिए गए प्रार्थना पत्र को 'मृत्युकालीन कथन' मान कर मुकदमा दर्ज करने की अर्जी दी गई है. जिसपर जज ने फैसले को रिजर्व करते हुए अगली तारीख 4 अप्रैल लगा दी है।
अधिकृत सूत्रों ने बताया कि मुख्तार के शव की पोस्टपार्टम कार्रवाई पांच चिकित्सकों के पैनल ने वीडियो ग्राफी के साथ लगभग दो घंटे में पूरी की। इससे पहले मुख्तार अंसारी का पुत्र उमर अंसारी, दो भतीजों के साथ मेडिकल कॉलेज पहुंचे और पंचायतनामा की कार्रवाई पूरी करने में शामिल रहे। जिसके बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हुई। मुख्तार का शव पोस्टमार्टम के बाद उसके पुत्र उमर अंसारी के सुपुर्द किया गया और शव को लगभग 26 वाहनों के साथ पूर्व में तय मार्गो से उसके पैतृक स्थल गाजीपुर जिले के लिए कड़ी सुरक्षा के साथ रवाना किया गया।
गौरतलब है कि गुरुवार की शाम बांदा मंडल कारागार में निरुद्ध माफिया मुख्तार अंसारी की हालत अत्यधिक गंभीर हुई जिसके बाद जिला प्रशासन ने तत्काल कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ उसे राजकीय रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। जहां नौ डाक्टर के पैनल ने उसका उपचार किया लेकिन लगभग दो घंटे के उपचार के बीच हृदय रुक जाने से मुख्तार की मृत्यु हो गई, जिसके बाद प्रशासन ने तत्काल मेडिकल कॉलेज में अर्ध सैनिक बल, पी ए सी सहित तमाम सुरक्षा बलों को तैनात किया गया। साथ ही मंडल कारागार सहित बांदा नगर के चप्पे - चप्पे में पुलिस और पीएसी जवान जवान तैनात कर पूरे बांदा शहर की सुरक्षा व्यवस्था के कड़े और बड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए थे।