Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 28 Aug, 2021 09:38 AM
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि जरूरत पड़ने पर वह अपने उत्तराधिकारी की घोषणा करेंगी जो पार्टी के प्रति समर्पित दलित समुदाय से होगा। मायावती ने शुक्रवार को कहा ‘‘ मेरा स्वास्थ्य अभी ठीक है। मुझे अभी किसी को भी अपना उत्तराधिकारी...
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि जरूरत पड़ने पर वह अपने उत्तराधिकारी की घोषणा करेंगी जो पार्टी के प्रति समर्पित दलित समुदाय से होगा। मायावती ने शुक्रवार को कहा ‘‘ मेरा स्वास्थ्य अभी ठीक है। मुझे अभी किसी को भी अपना उत्तराधिकारी बनाने की जरूरत नहीं है। अभी मैं बिल्कुल फिट हूं तथा मुझे अनफिट होने में अभी काफी वर्ष लगेंगे, लेकिन जब मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा तो तब मैं भी जरूर अपना उत्तराधिकारी श्री कांशीराम की तरह घोषित कर दूंगी तथा मेरा उत्तराधिकारी केवल दलित वर्ग से ही होगा, यह बात मैं कई बार कह चुकी हूं और आज फिर इस बात को दोहराना चाहती हूं कि जब भी मैं अपना उत्तराधिकारी घोषित करूंगी तो मेरा उत्तराधिकारी दलित वर्ग का ही होगा जिन्होंने हर मुश्किल की घड़ी में, मेरा व पार्टी का पूरी ईमानदारी व पूरे तन, मन, धन से साथ दिया है।''
कांग्रेस पर भड़कते हुये उन्होंने कि कांग्रेस के पतन के लिए वास्तव में उनकी गलत नीतियां, कार्यशैली व उनकी कथनी-करनी में जमीन-आसमान का अन्तर ही असली जिम्मेवार हैं। बसपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जो कांग्रेस व अन्य पाटिर्यों की तरह अपने संगठन को चलाने व चुनाव आदि लड़ने के लिए भी बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों से आर्थिक मदद नहीं लेती है और ना ही इसके एवज़ में उनको राज्यसभा आदि में भेजती है तथा ना ही उनको आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए उनके हिसाब से अपनी सरकार की नीतियां बनाकर अपनी सरकार चलाती है, बल्कि इसके स्थान पर बसपा अपनी सदस्यता के ज़रिये व अन्य विभिन्न मौकों पर पार्टी के सामर्थ्यवान लोगों से भी पार्टी की सदस्यता के ज़रिये ही उनसे पार्टी के लिए आर्थिक मदद भी लेती है लेकिन अपनी बदहाली के लिए खुद जिम्मेवार खासकर कांग्रेस के इससे पेट में दर्द हो रहा है तथा बसपा के विरुद्ध भी किस्म-किस्म के गलत आरोप अपनी बुकलेट आदि में जबरदस्ती के लगाए हैं।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि वैसे भी बसपा कांग्रेस व अन्य पाटिर्यों की तरह बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों की पार्टी नहीं है बल्कि ग़रीब व मज़लूमों की पार्टी है और उन्हीं की ही थोड़ी-थोड़ी आर्थिक मदद से अपनी पार्टी को चलाती है। मेरे जन्मदिन को भी इसीलिए ''जनकल्याणकारी दिवस'' के रूप में पार्टी व मूवमेन्ट को मजबूत करने के लिए मनाया जाता है। यह सभी पाटिर्याँ अच्छी तरह से जानती हैं। हमारे लोग भी यह सब अच्छी तरह से जानते हैं। इसलिए बसपा के बारे में ऐसे कुछ भी ग़लत प्रचार करने से इनको व ओर किसी को कोई लाभ मिलने वाला नहीं है