Edited By Anil Kapoor,Updated: 19 Apr, 2019 02:40 PM
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने समाजवादी पार्टी (SP) के नेता मुलायम सिंह यादव एवं बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती की करीब ढाई दशक बाद हो रही संयुक्त रैली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस रैली से साफ हो गया है कि उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री...
लखनऊ\नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने समाजवादी पार्टी (SP) के नेता मुलायम सिंह यादव एवं बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती की करीब ढाई दशक बाद हो रही संयुक्त रैली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस रैली से साफ हो गया है कि उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आंधी चल रही है और उनका जनता से गठबंधन बहुत ज़्यादा मजबूत है। भाजपा के प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि देश एवं उत्तर प्रदेश में मोदी के नाम की आंधी चल रही है। मोदी की आंधी से बदहवास लोग खोखले पेड़ों से लिपट रहे हैं। ना सपा में दम बचा है और ना ही बसपा में।
हुसैन ने बसपा सुप्रीमो पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बहनजी हमेशा सम्मान की बात करतीं हैं लेकिन अपने जीवन के सबसे बड़े अपमान को भुला कर सपा नेता के साथ रैली कर रहीं हैं। लोग याद कर रहे हैं कि दोनों दलों के बीच किस तरह का तनाव रहा है। उन्होंने कहा कि सपा एवं बसपा दोनों दल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार हुआ। दोनों ही परिवारवादी और भाई भतीजा वादी हैं। इसीलिए दोनों ने मोदी की आंधी से बचने के लिए गठबंधन किया है। उन्होंने कहा कि सपा बसपा भले ही गठबंधन कर लें, लेकिन देश एवं उत्तर प्रदेश की जनता का पक्का गठबंधन मोदी के साथ हो चुका है। दोनों नेताओं के एकसाथ मंच पर आने से यह और भी स्पष्ट हो गया है कि पहले एवं दूसरे चरण में मोदी की आंधी के आगे सपा बसपा गठबंधन की कुछ नहीं चली है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में तो नेताओं को समझ में नहीं आ रहा है कि कौन किस दल के साथ है। पटना में कांग्रेस के उम्मीदवार लखनऊ में आकर सपा के उम्मीदवार का प्रचार कर रहे हैं। उन्हें सपा एवं बसपा में प्रधानमंत्री पद के योग्य नेता दिखाई दे रहे हैं तथा जब वह कांंग्रेस के मंच पर जाते हैं तो राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लगते हैं। यह साफ होना चाहिए कि कौन किसके साथ है। लखनऊ से कांग्रेस के उम्मीदवार आचार्य प्रमोद कृष्णम इंतजार करते रहे गए कि सिने स्टार शत्रुघ्न सिन्हा उनके लिए प्रचार करेंगे लेकिन वह सपा के उम्मीदवार का प्रचार करने लगे।