Edited By Mamta Yadav,Updated: 16 Mar, 2024 04:34 PM
कहते हैं कि सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर निकलता है। देश का सबसे बड़ा राज्य देश की सबसे बड़ी सियासत का विद्यालय माना जाता है। 543 लोकसभा सीटों में से सबसे ज्यादा 80 यूपी में ही हैं। माना जाता है कि जिसने यूपी जीत लिया, दिल्ली में भी वही...
Loksabha Election 2024: कहते हैं कि सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर निकलता है। देश का सबसे बड़ा राज्य देश की सबसे बड़ी सियासत का विद्यालय माना जाता है। 543 लोकसभा सीटों में से सबसे ज्यादा 80 यूपी में ही हैं। माना जाता है कि जिसने यूपी जीत लिया, दिल्ली में भी वही सरकार बनाएगा।
बीजेपी ने 51 तो सपा ने 36 सीटों पर प्रत्याशी किए घोषित
बता दें कि उत्तर प्रदेश को फतेह करने के लिए सभी पार्टियां जी जान लगा रही हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों पर जिस पार्टी का कब्जा होता है, उसके लिए देश की सत्ता हासिल करना आसान हो जाता है। इसके लिए बीजेपी, सपा, बसपा और कांग्रेस ने तैयारी पूरी कर ली है। बीजेपी ने अब तक 51 तो सपा ने 36 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। बसपा ने कुछ उम्मीदवारों का एलान कर दिया है। बीजेपी के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल ने दो सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं।
PM मोदी लगातार तीसरी बार वाराणसी सीट से लड़ेंगे चुनाव
भाजपा ने यूपी में अभी तक की 51 सीटों पर ज्यादातर उन्हीं प्रत्याशियों को मौका दिया जो 2019 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर चुके हैं। लखनऊ से केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह चुनाव मैदान में हैं। सपा ने उनके सामने पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा को उतारा है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार वाराणसी सीट से लड़ेंगे। साथ ही गोरखपुर संसदीय सीट से भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रहे रवि किशन को दोबारा बीजेपी ने मौका दिया है। उनके सामने सपा ने भी भोजपुरी अभिनेत्री काजल निषाद को उतारा है। डिंपल यादव मैनपुरी और शिवपाल सिंह यादव बदायूं सीट से सपा उम्मीदवार हैं। पश्चिमी यूपी की महत्वपूर्ण सीट मुजफ्फरनगर से संजीव बालियान को टिकट मिला है। सपा ने उनके सामने हरेंद्र मलिक को उतारा है। गौतमबुद्ध नगर सीट से डॉ महेश शर्मा को बीजेपी ने लगातार चौथी बार मौका दिया है। इसी तरह मथुरा सीट से भी 'ड्रीमगर्ल' हेमा मालिनी को लगातार तीसरी बार उतारा गया है।