Edited By Ajay kumar,Updated: 13 Apr, 2024 06:45 PM
समाजवादी पार्टी के टिकट पर गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रहीं काजल निषाद को भी टिकट कटने का भय सता रहा है। दरअसल, काजल पिछले दिनों गोरखपुर में प्रचार करने के दौरान बेहोश हो गईं थीं।
गोरखपुरः समाजवादी पार्टी के टिकट पर गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रहीं काजल निषाद को भी टिकट कटने का भय सता रहा है। दरअसल, काजल पिछले दिनों गोरखपुर में प्रचार करने के दौरान बेहोश हो गईं थीं। उन्हें पहले वहीं के एक निजी अस्पताल में और बाद में लखनऊ लाकर मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। लेकिन, चर्चा यह भी कि सपा में चल रहे टिकटों के बदलाव की शिकार वह भी हो सकती हैं।
मेदांता अस्पताल से सीधे समाजवादी पार्टी मुख्यालय पहुंची काजल निषाद
ऐसे में शुक्रवार को काजल निषाद मेदांता अस्पताल से सीधे समाजवादी पार्टी मुख्यालय पहुंची। जहां उनकी सपा प्रमुख से मुलाकात तो नहीं हुई लेकिन यहां उन्होंने पार्टीजनों को भी अपने स्वस्थ होने पर और मजबूती से चुनाव लड़ने के प्रति आश्वस्त कराया। वहीं, पार्टी प्रवक्ता कपीश श्रीवास्तव ने बताया कि काजल निषाद बहुत जुझारू नेता हैं। डॉक्टरों के निर्देश पर वह चुनावी मैदान में उतर कर डट कर मुकाबला करेंगी।
कई फेरबदल कर चुकी है सपा
सपा अब तक बदायूं, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, बिजनौर, मुरादाबाद समेत कई सीटों पर पूर्व घोषित प्रत्याशी बदल चुकी है। बदायूं लोकसभा सीट पर पहले सपा ने धर्मेंद्र यादव को टिकट दिया फिर उनका टिकट काटकर शिवपाल यादव को इस सीट की जिम्मेदारी सौंपी। एक बाद फिर बदायूं सीट पर प्रत्याशी बदलने की संभावना बन रही है। शिवपाल यादव ने अपने बेटे अक्षय यादव को बदायूं से चुनाव लड़ने की मांग पार्टी मुखिया से की है। इसमें धर्मेंद्र की भी सहमति है। अब केवल सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मंजूरी का इंतजार है।