Edited By Pooja Gill,Updated: 09 Apr, 2024 03:53 PM
CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता का वोट गलत हाथों में जाने से भ्रष्टाचार में संलिप्त और आतंकवादियों को 'बिरयानी खिलाने' वाली सरकारें बनती थीं, लेकिन वर्ष 2014 और 2019 में भाजपा को वोट देने का नतीजा है...
CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता का वोट गलत हाथों में जाने से भ्रष्टाचार में संलिप्त और आतंकवादियों को 'बिरयानी खिलाने' वाली सरकारें बनती थीं, लेकिन वर्ष 2014 और 2019 में भाजपा को वोट देने का नतीजा है कि आज भारत 'पिछलग्गू' राष्ट्र नहीं बल्कि एक वैश्विक शक्ति बन रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में पीलीभीत से भाजपा उम्मीदवार जितिन प्रसाद और बरेली से प्रत्याशी छत्रपाल सिंह गंगवार के समर्थन में आयोजित जनसभा में कहा, "विगत 10 वर्ष में बदलते हुए भारत में हमने जो कुछ देखा है, यह आपके एक वोट ने किया है।"
सीएम योगी ने कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा, "आपका वोट जब गलत हाथों में जाता था तो भ्रष्टाचार में संलिप्त, सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाली, आतंकवादियों को बिरयानी खिलाने वाली, देश में उपद्रव करवाने वाली, नौजवानों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाली, अन्नदाता किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाली सरकारें बनती थीं।'' उन्होंने दावा किया ‘‘लेकिन वर्ष 2014 में और वर्ष 2019 में मतदाताओं ने अपने वोट की कीमत समझी और नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विश्वास किया। आज बदलते हुए नए भारत को आप देख रहे हैं। वह आज एक पिछलग्गू राष्ट्र नहीं, बल्कि एक वैश्विक शक्ति बन रहा है। भारत वैश्विक शक्ति बनने की ओर अग्रसर है और आने वाली पीढ़ियां इस बारे में कृतज्ञता ज्ञापित करेंगी।''
मुख्यमंत्री ने पीलीभीत के सिख मतदाताओं को लुभाने का प्रयास करते हुए कहा कि क्या कभी किसी ने सोचा कि गुरु नानक देव का जन्म जिस भूमि पर हुआ था, कभी वह अखंड भारत का हिस्सा थी। उन्होंने आरोप लगाया ‘‘कांग्रेस की कुटिल चालों से देश का विभाजन हुआ, लेकिन सिख भावनाओं का सम्मान करते हुए करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ही संभव हो पाया। गुरु गोविंद सिंह के चार-चार साहिबजादों ने हिंदू धर्म और संस्कृति की रक्षा करने के लिए खुद को बलिदान कर दिया था। लेकिन बाल दिवस तो कोई और ही दिवस मनाया जाता था। हमारे प्रधानमंत्री ने 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान किया।"