Edited By Pooja Gill,Updated: 25 Mar, 2024 09:17 AM
CM Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने सभी नागरिकों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे पर्व एवं त्योहार सौहार्द्र, शांति और समता के प्रतीक होने चाहिए। कहीं कोई भेदभाव न हो, सभी एकजुट रहें...
CM Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने सभी नागरिकों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे पर्व एवं त्योहार सौहार्द्र, शांति और समता के प्रतीक होने चाहिए। कहीं कोई भेदभाव न हो, सभी एकजुट रहें, यही होली का भी संदेश है। मुख्यमंत्री योगी ने अपने गृह जिले गोरखपुर के पाण्डेय हाता में होलिका दहन उत्सव समिति की ओर से आयोजित होलिका दहन शोभायात्रा के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘‘शक्तिशाली समाज और समर्थ राष्ट्र के लिए आवश्यक है कि समाज में किसी भी प्रकार का भेदभाव न रहे, सबके बीच मतभेद समाप्त हो। जब हम एकजुटता की भावना से देश हित के लिए सक्रिय होते हैं तो पर्व-त्योहारों के उमंग और उत्साह का लाभ अनंत काल के लिए प्राप्त होता है।''
मुख्यमंत्री ने होलिका दहन और होली को सत्य, न्याय व धर्म की विजय के उल्लास का पर्व बताते हुए कहा कि जहां भक्ति होती है वहां स्वतः शक्ति आ जाती है। भक्ति और शक्ति का यह समन्वय होलिका दहन के रूप में देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि होलिका दहन में यह संदेश निहित है कि अन्यायी और अत्याचारी कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, उसका अंत सुनिश्चित होता है। योगी ने कहा कि होलिका दहन सन्मार्ग पर चलने वाले भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार का तथा अन्यायी हिरण्यकश्यप और होलिका के नष्ट होने का स्मरण पर्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुराई की प्रतीक होलिका के दहन से यह संदेश भी मिलता है कि जब भी अन्याय होगा, पक्षपात होगा तो उसका दहन भी होना तय है। होलिका दहन और हिरण्यकश्यप का वध उसी परंपरा का हिस्सा है जिसमें हम प्रतिवर्ष अन्यायी रावण का पुतला भी जलाते हैं। सकल सनातनी हजारों वर्षों की अपनी इस विरासत को उत्साह और उमंग से मनाते हैं।
सीएम योगी ने की यह अपील
सीएम योगी ने होलिका दहन और होली को लेकर लोगों से यह अपील भी की कि कहीं ऐसा कोई कृत्य नहीं होना चाहिए जिससे उत्साह, उमंग बाधित हो; कहीं कोई टकराव नहीं होना चाहिए। होली जैसे पर्व हजारों वर्षों की विरासत हैं। सतयुग के जिस कालखंड को जिसे दुनिया जानती तक नहीं, उसे हम संजोते हुए अगली पीढ़ी को सौंपते हैं। हमारा दायित्व है कि हम विरासत का संरक्षण करते हुए पर्व पर परम्पराओं की पवित्रता बनाए रखें। मुख्यमंत्री ने होलिका दहन उत्सव समिति की इस बात के लिए सराहना की कि यह समिति 97 वर्षों से विरासत को संजोकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने लंबे समय तक समिति का नेतृत्व करने वाले स्मृति शेष ओमप्रकाश पटवा को भावभीनी श्रद्धांजलि भी दी। योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन के उपरांत होलिका दहन शोभायात्रा के लिए सजाए गए रथ पर अवस्थित भक्त प्रहलाद की आरती उतारी। उनके चित्र पर फूल बरसाने के बाद उपस्थित जनसमूह पर पुष्प वर्षा करते हुए फूलों से होली खेली।