Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 14 Jul, 2019 12:05 PM
सपा के कद्दावर नेता आजम खान और उनकी मौलाना मोहम्मद अली जोहर यूनिवर्सिटी हमेशा विवादों के घेरे में रहती है। ताजा मामला आलिया गंज गांव के किसानों की जमीन का है। किसानों का आरोप है कि उनकी जमीनों को आज़म खान ने जबरदस्ती कब्जा...
रामपुरः सपा के कद्दावर नेता आजम खान और उनकी मौलाना मोहम्मद अली जोहर यूनिवर्सिटी हमेशा विवादों के घेरे में रहती है। ताजा मामला आलिया गंज गांव के किसानों की जमीन का है। किसानों का आरोप है कि उनकी जमीनों को आज़म खान ने जबरदस्ती कब्जा कर लिया है और यूनिवर्सिटी में जोड़ लिया है और उसकी बाउंड्री वाल बना दी है।
इस मामले पर अभी 2 दिन पहले आजम खान और उनके करीबी रिटायर सीओ सिटी आले हसन के खिलाफ थाना अज़ीमनगर में एक मामला दर्ज किया गया है। शनिवार को किसानों ने धरना प्रदर्शन किया और जोहर यूनिवर्सिटी के गेट पर पहुंचे। जहां पहले से ही समाजवादी पार्टी के लोग मौजूद थे और दोनों आमने-सामने आ गए। प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से ही बड़ी घटना टल गई।
पुलिस ने दोनों पक्षों को सुरक्षा घेरे में ले लिया और दोनों पक्षों को शांत कराया पुलिस की मुस्तैदी की वजह से आज एक बड़ी घटना होते होते बची। किसानों की मांग थी हम यूनिवर्सिटी के गेट पर एसडीएम को ज्ञापन देंगे, लेकिन समाजवादी पार्टी के लोग यह समझ रहे थे कि यह किसान यूनिवर्सिटी का गेट तोड़कर अंदर घुसेगे और कुछ उत्पात मचाएंगे। इसलिए समाजवादी पार्टी के लोग पहले से ही यूनिवर्सिटी के गेट पर जमा थे, लेकिन किसानों से यूनिवर्सिटी की गेट पर एसडीएम को ज्ञापन देना था।
इस पूरे मामले पर उपजिलाधिकारी प्रेम प्रकाश तिवारी ने बताया कि आज कुछ किसानों ने ज्ञापन दिया है। उनकी कुछ जमीने जो जोहर यूनिवर्सिटी के अंदर है, उसके संबंध में जांच भी कराई गई थी। एफआईआर भी दर्ज की गई थी। इन लोगों ने धरना दिया था और उनकी मांग थी कि उनकी जमीने उन्हें वापस दिलाई जाएं। उन की मांग थी किसानों का ज्ञापन ले लिया गया है और इस पर कार्रवाई की जाएगी जोहर यूनिवर्सिटी में लगभग 32 किसानों की जमीन है, जो उन्होंने यूनिवर्सिटी में डाल ली है।