Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 08 Jul, 2020 04:29 PM
उत्तर प्रदेश में इटावा के बकेवर इलाके में सिंगोली गांव के पास मनरेगा मजदूरों के काम के दरम्यान खुदाई के समय जमीन से हैंडग्रेनेड निकलने से हड़कंप मच गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बुधवार को बताया कि बकेवर इलाके में सिंगोली गांव के पास मनरेगा...
इटावाः उत्तर प्रदेश में इटावा के बकेवर इलाके में सिंगोली गांव के पास मनरेगा मजदूरों के काम के दरम्यान खुदाई के समय जमीन से हैंडग्रेनेड निकलने से हड़कंप मच गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बुधवार को बताया कि बकेवर इलाके में सिंगोली गांव के पास मनरेगा मजदूरों के काम के दरम्यान खुदाई के समय जमीन से हैंडग्रेनेड मिला। हैंडग्रेनेड मिलने के बाद मौके पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह, भरथना पुलिस उपाधीक्षक चंद्रपाल सिंह, डॉग स्कॉयड पुलिस बल के साथ जांच करने के लिए भेजा गया। ऐसा माना जा रहा है कि यह हैंड ग्रेनेड डाकुओं की सक्रियता के समय किसी ने जमीन में छुपाया होगा जो अब खुदाई के समय निकल आया।
उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत सिंगौली के मजरा नगला बरी के पास सिंगौली से गुलाबपुरा को जाने वाले मार्ग पर मजदूर सफाई कार्य कर रहे थे। ग्राम बरी से करीब दो सौ मीटर आगे सम्पकर् मार्ग के किनारे झाड़ की सफाई करते समय एक मजदूर के फावड़े से कोई लोहे की चीज टकराई। उठाकर देखने पर वह हैंडग्रेनेड निकला। मजदूरों में खलबली मच गई। कई मजदूर हैंडग्रेनेड देखकर दूर भागे। कुछ मजदूरों ने वहां मौजूद ठेकेदार राजेश यादव को बताया। ठेकेदार ने थाना पुलिस को फोन किया। सूचना पर सी.ओ. भरथना चंद्र पाल सिंह, थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रमेश सिंह, हल्का इंचार्ज के.पी.सिंह , मौके पर पहुँचे। मनरेगा मजदूरों ने मिला हुआ हैंडग्रेनेड पुलिस को सौंप दिया।
सूचना मिलने पर अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह बम स्कवॉड टीम मौके पर पहुँचे। उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया। सीओ भरथना से मामले की जानकारी ली। बम स्क्वायड दस्ते ने उस जगह झाड़ में काफी खोज की। कहीं और हैंडग्रेनेड न पड़ा हो लेकिन कोई अन्य बम नही मिला।
मौके पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह ने बताया कि जो हैंड ग्रेनेड मिला ही उसको जांच के लिए 37 बटालियन कानपुर को भेजा जा रहा है। हैंडग्रेनेड काफी पुराना है। मिट्टी में दबा था। हैंड ग्रेनेड कौन से स्तर का है ये जांच के बाद ही पता चलेगा। ऐसा माना जा रहा है कि दस्यु प्रभावित जिले में सुमार इटावा जिले में दशक भर पहले तक खासी तादात में डाकुओ का आतंक हुआ करता था। संभवत उसी दरम्यान किसी डाकू या उसके किसी नजदीकी की ओर से इस हैंड ग्रेनेड को या तो फेंक दिया गया या फिर जमीन में दबा दिया गया। आज खुदाई के दरम्यान निकल कर के सामने आया है। पुलिस की जांच के बाद पता चल पायेगा कि इसकी हकीकत क्या है।