Edited By Mamta Yadav,Updated: 10 Aug, 2023 11:46 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को लखनऊ और वाराणसी के बीच पहली हवाई उड़ान सेवा का शुभारंभ किया। हवाई सेवा का आगाज होने से दोनों शहरों के बीच दूरी मात्र 55 मिनट में तय कर ली जायेगी।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को लखनऊ और वाराणसी के बीच पहली हवाई उड़ान सेवा का शुभारंभ किया। हवाई सेवा का आगाज होने से दोनों शहरों के बीच दूरी मात्र 55 मिनट में तय कर ली जायेगी। बता दें कि चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इण्डिगो एयरलाइन्स द्वारा लखनऊ-वाराणसी रूट पर नयी उड़ान सेवा आरम्भ किये जाने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्हें इंडिगो एयरलाइन्स की ओर से बोर्डिंग पास दिया गया। मुख्यमंत्री ने हरी झण्डी दिखाकर लखनऊ से वाराणसी उड़ान का शुभारम्भ किया तथा प्रथम उड़ान के एक यात्री को बोर्डिंग पास दिया।
अब 55 मिनट में तय होगी दोनों शहरों के बीच की दूरी
लखनऊ से वाराणसी की इंडिगो उड़ान सेवा को फिलहाल हफ्ते में तीन दिन मंगलवार, गुरुवार और शनिवार के लिए शुरू किया गया है। लखनऊ से वाराणसी के लिए इंडिगा फ्लाइट संख्या सीई-7319 दोपहर 2.20 बजे चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरेगी जो 1 घंटे 10 मिनट की यात्रा के बाद 3.30 पर वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचेगी। इसी प्रकार मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को ही वाराणसी एयरपोर्ट से इंडिगो फ्लाइट संख्या सीई-7321 शाम 4.05 बजे उड़ान भरेगी जो 55 मिनट बाद लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेगी।
वाराणसी का लखनऊ से जुड़ना बहुत जरूरी था
मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश की राजधानी को देश की आध्यात्मिक राजधानी से जोड़ने का प्रयास सराहनीय है, आज इसकी बहुत आवश्यकता थी। ये सेवा प्रधानमंत्री के उड़ान योजना के उस संकल्प को पूरा करेगी जिसमें उन्होंने कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाला आम आदमी भी हवाई यात्रा कर सके। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय और इंडिगो एयरलाइन्स को प्रदेश की जनता की ओर से धन्यवाद देते हुए कहा कि वाराणसी के उद्यमियों, व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों, प्रबुद्ध समाज और विश्वनाथ धाम में दर्शन करने वालों की मांग आज पूरी हो रही है। पीएम मोदी के नेतृत्व में वाराणसी ने आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और भौतिक विकास के क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित किये हैं। उन्हें देखते हुए वाराणसी का लखनऊ से जुड़ना बहुत जरूरी था। वाराणसी एयरपोर्ट पर 2016-17 में एक वर्ष में केवल 19 लाख पैसेंजर होते थे, मगर आज 2022-23 में यह संख्या बढ़कर 25 लाख से अधिक हो गई है।
UP में पिछले 6 साल में वायुसेवा का तीव्र गति से विस्तार हुआ
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पिछले 6 साल में वायुसेवा का तीव्र गति से विस्तार हुआ है। यूपी में 2017 में पहले केवल दो क्रियाशील एयरपोर्ट वाराणसी और लखनऊ थे। वर्तमान में प्रदेश में 9 एयरपोर्ट पूरी तरह से क्रियाशील हो चुके हैं। साथ ही 12 एयरपोर्ट को प्रदेश सरकार तेज गति से तैयार कर रहे हैं, जिसमें से दो इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी हैं। इसमें अयोध्या एयपोर्ट को दिसंबर में पूरी तरह से क्रियाशील कर दिया जाएगा।