Edited By Ajay kumar,Updated: 23 Apr, 2024 04:51 PM
उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण के चुनाव में कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इस चरण में आठ सीटों पर 26 अप्रैल को वोट डाले जाने हैं। कांग्रेस सबसे ज्यादा चार लोकसभा सीटों पर इसी चरण में मैदान में है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण के चुनाव में कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इस चरण में आठ सीटों पर 26 अप्रैल को वोट डाले जाने हैं। कांग्रेस सबसे ज्यादा चार लोकसभा सीटों पर इसी चरण में मैदान में है। गठबंधन के तहत सपा बाकी चार सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस प्रत्याशी मथुरा, गाजियाबाद, अमरोहा और बुलंदशहर सुरक्षित सीटों पर मैदान में हैं। कांग्रेस ने गाजियाबाद में ब्राह्मण महिला डॉली शर्मा, अमरोहा में बसपा से आए सांसद दानिश अली के रूप में मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में उतार रखा है। मथुरा की सामान्य सीट पर कांग्रेस ने दलित समाज के मुकेश धनगर पर दांव लगाया है, तो बुलंदशहर में शिवलाल वाल्मीकि को उतारा है। अब पार्टी चारों सीटों पर प्रचार के अंतिम चरण में पूरी ताकत झोंक रही है।
पार्टी को गाजियाबाद सीट पर सबसे ज्यादा उम्मीद
इन चारों सीटों में सबसे ज्यादा उम्मीद पार्टी ने गाजियाबाद सीट पर लगा रखी है। वहां भाजपा द्वारा वीके सिंह का टिकट काटकर विधायक अतुल गर्ग को उतारे जाने से कांग्रेस को जीत के लिए उम्मीद की किरण नजर आ रही है। मथुरा सीट कांग्रेस ने आखिरी बार 2004 में जीती थी। यहां 2009 और 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहे थे। अमरोहा में कांग्रेस बसपा से आए सांसद दानिश अली पर दांव लगाकर जीत के लिए पूरी तरह उन्हीं पर निर्भर नजर आ रही है, इसकी वजह यह है कि इस सीट पर 1984 के बाद पार्टी का खाता ही नहीं खुला है। बुलंदशहर में कांग्रेस 2019 के चुनाव में तीसरे नंबर पर रही थी। इस बार यहां जातीय समीकरणों के सहारे पार्टी चुनौती देने की कोशिश करती नजर आ रही है।
2019 आम चुनाव के नतीजे
साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी के जनरल विजय कुमार सिंह ने जीत दर्ज की थी। वीके सिंह ने 5 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी। बीजेपी उम्मीदवार सिंह को 9 लाख 44 हाजर 503 वोट मिले थे, जबकि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुरेश बंसल को 4 लाख 43 हजार 3 वोट मिले थे। कांग्रेस की डॉली शर्मा को एक लाख 11 हाजर 944 वोट हासिल हुए थे।