Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 21 Jul, 2020 07:48 AM
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने गत शुक्रवार को दो महिलाओं द्वारा खुद को आग लगाए जाने की घटना में कांग्रेस ने पुलिस पर साजिश के तहत पार्टी और
लखनऊः उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने गत शुक्रवार को दो महिलाओं द्वारा खुद को आग लगाए जाने की घटना में कांग्रेस ने पुलिस पर साजिश के तहत पार्टी और उसके एक प्रवक्ता का नाम घसीटने का आरोप लगाया है।
UP कांग्रेस उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि अमेठी से आई दो महिलाओं के लोकभवन के सामने आत्मदाह के प्रयास के मामले से कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं है। इस मामले में कांग्रेस की संलिप्तता का दावा पुलिस द्वारा गढ़ा गया झूठ है। उन्होंने कहा कि घटना वाले दिन या उसके आसपास पीड़िता न तो कांग्रेस प्रवक्ता अनूप पटेल से मिली, न फोन पर बात की।
उन्होंने कहा कि पुलिस पीड़िता को धमका कर मनमाना बयान दिलवा रही है ताकि कांग्रेस को बदनाम किया जा सके। प्रदेश की ध्वस्त हो चली कानून व्यवस्था का ठीकरा योगी सरकार कांग्रेस के ऊपर फोड़ कर प्रदेश की जनता को गुमराह करना चाहती है।
कांग्रेस के नेता दीपक सिंह ने कहा कि अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी लॉकडाउन में जनता की सेवा करने के बजाय लूडो और अंताक्षरी खेल रही थीं। अब उनके क्षेत्र में सत्ता संरक्षण में अपराध इतना बढ़ गया कि जनता आत्मदाह को मजबूर है। वे आखिर कहां गायब हैं। सिंह ने कहा कि सरकार ने अमेठी जिले के जामो इलाके की रहने वाली सफिया और उसकी बेटी गुड़िया द्वारा खुद को आग लगाए जाने के मामले में अपनी गलती मानते हुए संबंधित थाने के दरोगा को निलंबित भी किया है मगर इसके बावजूद वह बेसिर पैर की साजिश रच रही है।
बता दें कि पुलिस ने इस मामले में कांग्रेस और एआईएमआईएम के नेताओं की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए उनमें से कई को गिरफ्तार किया है।