Edited By Ajay kumar,Updated: 10 Mar, 2024 11:10 AM
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अखिलेश यादव द्वारा हिटलर कहने पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री प्रतिदिन देश को विकास की नई ऊंचाई पर ले जाने में लगे हुए हैं। हर देशवासी के उत्थान में...
लखनऊ: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अखिलेश यादव द्वारा हिटलर कहने पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री प्रतिदिन देश को विकास की नई ऊंचाई पर ले जाने में लगे हुए हैं। हर देशवासी के उत्थान में जुटे हैं, इसीलिए देशवासी उन्हें भाई और बेटे के रूप में देखते हैं।
भाजपा को हराने का मुंगेरीलाल जैसा सपना देख रहे हैं
चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव का बयान उनकी हताशा दिखाता है। वो 2024 में भाजपा को हराने का मुंगेरीलाल जैसा सपना देख रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने सपा को 2014, 2017, 2019 और 2022 में शर्मनाक हार दी है, यह सिलसिला 2024 ही नहीं आगे भी जारी रहने वाला है।
मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी का भुगतना पड़ेगा खामियाजा
चौधरी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी का खामियाजा अखिलेश को भुगतना पड़ेगा। लॉ एंड ऑर्डर पर दिए गए अखिलेश यादव के बयान पर भी तीखा जवाब दिया। कहा कि योगी जी के नेतृत्व की भाजपा सरकार में चारों ओर अमन और चैन है। अपराधियों को पिछली सरकारों की तरह वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जाता।
क्या कहा था अखिलेश यादव ने....
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इशारों ही इशारों में भाजपा सरकार की तुलना हिटलर के शासन से की। अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 10 सालों से अधिक तो हिटलर का शासन नहीं चल सका। इनके भी 10 साल हो चुके हैं। उ.प्र. की जनता अगर स्वागत भी अच्छे से करती है तो वह अच्छे से विदाई भी करना जानती है।
यूपी की कानून व्यवस्था बदहाल
अखिलेश यादव शनिवार को सपा मुख्यालय में भाजपा, रालोद और बसपा से आए नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाने के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उप्र में जिस तरह महिलाओं के खिलाफ अपराध हो रहे है उसका संज्ञान गृह मंत्रालय को लेना चाहिए। प्रदेश में कई महिला उत्पीड़न के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। यहां की कानून व्यवस्था बदहाल है। केंद्रीय गृह मंत्रालय को समय-समय व पर राज्य की कानून व्यवस्था की भी समीक्षा करनी चाहिए क्योंकि यहां ि रक्षक ही भक्षक बन जाते हैं।