Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 06 Dec, 2021 09:56 AM
उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने आरोप लगाया है कि समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव की शह पर महान दल के मुखिया केशव देव मौर्य राजभर समाज का अपमान कर रहे हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि राजभर समाज के...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने आरोप लगाया है कि समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव की शह पर महान दल के मुखिया केशव देव मौर्य राजभर समाज का अपमान कर रहे हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि राजभर समाज के सम्मान के साथ समाजवादी पार्टी और उनके साथी नहीं रहे हैं। अखिलेश यादव की शह पर ही केशव देव मौर्य राजभर समाज का अपमान कर रहे हैं और केशव देव राजभर समाज के नेताओं को राजनीतिक जोकर और सकर्स का शेर बता रहे हैं। सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर को अपने और राजभर समाज के सम्मान की खातिर सपा से गठबंधन तोड़ देना चाहिए।
अनिल राजभर ने कहा कि अगर अखिलेश यादव महान दल के नेता को अपने गठबंधन से बाहर नहीं करते तो राजभर समाज को यकीन हो जाएगा कि अखिलेश यादव के इशारे पर ही केशव देव मौर्य राजभर समाज का अपमान कर रहे हैं। इसलिए अखिलेश यादव केशव देव मौर्य को अपने गठबंधन से बाहर करे और ओम प्रकाश राजभर भी राजभर समाज के सम्मान की चिंता करें, ऐसे लोगों के साथ ना रहे जो समाज का अपमान करते हैं। महान दल के मुखिया केशव देव मौर्य पहले भी अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। बसपा छोड़कर वर्ष 2008 में महान दल का गठन करने वाले केशव देव मौर्य तीन लोकसभा तथा दो विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं पर अभी तक के भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर सकें है। अपने को सम्राट अशोक का वंशज बताने वाले केशव देव मौर्य ने कुछ दिनों पहले ही सपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने का फैसला किया हैं। इसके बाद भी उन्होंने अपने स्वभाव के अनुसार सपा गठबंधन में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को निशाने पर ले लिया।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि ये सैयद सलार मसूद के जो अनुयायी हैं और सैयद सलार मसूद के रास्ते पर जो लोग चलने वाले हैं, वह लोग कभी भी ना राजभर समाज का सम्मान कर सकते हैं और ना ही राष्ट्रवीर महाराजा सुहेलदेव का सम्मान कर सकते हैं। समाजवादी पार्टी आखिर चाहती क्या है। वोट की राजनीति में कहां तक जाना चाहते हैं। ओम प्रकाश राजभर से हम कहना चाहते हैं कि जरा भी जमीर और आत्मसमान अगर जिंदा हो तो एक बार विचार करना चाहिए। आप ही के गठबंधन के लोग कह रहे हैं कि ओम प्रकाश राजभर सिर्फ राजनीतिक जोकर हैं इसके अलावा कुछ नहीं।